Mount Lewotobi Eruption: इंडोनेशिया के दक्षिण-मध्य क्षेत्र में स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी नामक ज्वालामुखी मंगलवार को अचानक फट गया. इस विस्फोट से आकाश में भारी मात्रा में राख और धुएं का गुबार फैल गया, जिसे देखकर आस-पास के लोगों में दहशत फैल गई. इंडोनेशिया के पूर्वी नूसा तेंगारा प्रांत में स्थित इस ज्वालामुखी ने स्थानीय समयानुसार शाम 5:35 बजे विस्फोट किया. इसके बाद अधिकारियों ने पूरे इलाके में रेड अलर्ट जारी कर दिया है.
नारंगी रंग की राख और धुएं के बादल
इंडोनेशिया के भूगर्भीय एजेंसी के अनुसार, ज्वालामुखी से निकली राख लगभग 10,000 मीटर (32,800 फीट) की ऊंचाई तक पहुंच गई. ये राख का गुबार इतना विशाल था कि लगभग 90 से 150 किलोमीटर दूर स्थित शहरों से भी इसे देखा जा सका. इस दृश्य को सोशल मीडिया पर भी काफी शेयर किया गया. @bali.info.official नामक एक इंस्टाग्राम पेज पर डाले गए वीडियो में नारंगी रंग की राख और धुएं के बादल आकाश में उठते नजर आते हैं. वीडियो के अनुसार, "गर्म राख और ज्वालामुखी सामग्री ने आकाश को भर दिया, जिससे आसपास के निवासियों में डर फैल गया."
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
हालांकि अब तक किसी के हताहत होने या संपत्ति को नुकसान की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है, लेकिन प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. भारी बारिश के कारण ज्वालामुखी से निकलने वाला लावा पास की नदियों में बह सकता है, जिससे बाढ़ और अन्य खतरे पैदा हो सकते हैं. हालांकि, अभी तक हवाई यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ा है. गौरतलब है कि नवंबर 2024 में भी माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी का विस्फोट हुआ था, जिसमें 10 लोगों की मौत हुई थी और कई घर राख की चपेट में आकर तबाह हो गए थे. उस वक्त भी ज्वालामुखी की गतिविधि को देखते हुए इसका अलर्ट लेवल सबसे ऊंचे स्तर तक बढ़ा दिया गया था.
इसका इतिहास काफी पुराना
वॉल्कैनो वर्ल्ड के अनुसार, लेवोटोबी एक स्ट्रैटोवोल्केनो (stratovolcano) है, जिसका मतलब है कि यह ज्वालामुखी लावा, राख और अन्य परतों से मिलकर बना है. इसका इतिहास काफी पुराना है और 1675 से लेकर 1991 तक इसमें कम से कम 19 बार विस्फोट हो चुके हैं. अधिकतर विस्फोट ‘लेवोटोबी लाकी-लाकी’ वेंट से हुए हैं, जबकि केवल दो बार 'लेवोटोबी पेरंपुआन' वेंट से विस्फोट हुआ. साल 1869 और 1907 के विस्फोटों में कुल 3 लोगों की जान गई थी. यह घटना एक बार फिर यह दिखाती है कि प्राकृतिक आपदाएं कितनी अचानक और खतरनाक हो सकती हैं. सरकार ने जनता से सतर्क रहने और सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील की है.