Japan July 5 Earthquake Prediction: एशिया में इन दिनों एक अजीब डर फैला हुआ है. इसकी वजह है जापान में 5 जुलाई को एक बड़ी प्राकृतिक आपदा की भविष्यवाणी, जो एक पुराने मंगा (जापानी कॉमिक) में की गई थी. इस भविष्यवाणी को देखकर बहुत से लोगों ने जापान की यात्रा रद्द कर दी है, क्योंकि उन्हें डर है कि किसी बड़े भूकंप या सुनामी का खतरा है. उन्हें जापान का बाबा वेंगा कहा जाता है.
ये दावा एक 2021 के मंगा “The Future I Saw” (जिसका मतलब है "मैंने जो भविष्य देखा") में किया गया था. इसे लिखा था रियो तात्सुकी ने 1995 का कोबे भूकंप और 2011 की तोहोकू सुनामी की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी. अब जब 3 जुलाई को जापान के तोकारा द्वीपों में 5.5 तीव्रता का भूकंप आया, तो लोगों का डर और भी बढ़ गया क्योंकि ये ठीक उसी जगह के पास हुआ, जहां मंगा में खतरे की चेतावनी दी गई थी.
मंगा के अनुसार, जापान और फिलीपींस के बीच समुद्र के नीचे एक दरार खुलेगी, जिससे बहुत बड़ी लहरें उठेंगी जो 2011 की सुनामी से तीन गुना बड़ी होंगी. वैज्ञानिकों ने हाल ही में पाया है कि उस क्षेत्र में कुछ वैसा ही हो रहा है. ननकाई ट्रफ नाम की जगह पर “स्लो-स्लिप” भूकंप हो रहे हैं. ये छोटे और धीमे झटके होते हैं जो गहराई में आते हैं और सतह पर महसूस नहीं होते, लेकिन ये किसी बड़े भूकंप का संकेत हो सकते हैं.
इतिहास बताता है कि ननकाई ट्रफ क्षेत्र में हर 100 से 200 साल में एक "मेगाक्वेक" आता है. पिछली बार ऐसा 1946 में हुआ था, जिसकी तीव्रता 8.1 से 8.4 के बीच थी. वहीं, 2011 में जापान में जो सबसे बड़ा भूकंप आया था, वह समुद्र के अंदर 9.0 से 9.1 तीव्रता का था और उससे भारी तबाही हुई थी. अब जापान सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 30 सालों में ननकाई ट्रफ में 7 या उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने की संभावना 82% तक बढ़ गई है, जो पहले 75% थी. जापान की Earthquake Research Committee का अनुमान है कि ऐसा भूकंप करीब 2,98,000 लोगों की जान ले सकता है और लगभग $2 ट्रिलियन का नुकसान कर सकता है.
हालांकि वैज्ञानिक इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि मंगा की भविष्यवाणियों को अंधविश्वास की तरह नहीं देखना चाहिए, लेकिन ऐसे इत्तेफाक लोगों में डर बढ़ा रहे हैं. क्या 5 जुलाई को कुछ होगा या नहीं, यह तो वक्त बताएगा. मगर जापान और एशिया के लोग अभी से सतर्क हो गए हैं.