Lizards Modern Dinosaurs: कहते हैं, डायनासोर भले ही करोड़ों साल पहले धरती से गायब हो गए हों, लेकिन उनकी कुछ खास निशानियां आज भी हमारे आस-पास छिपी हो सकती हैं. हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा रहस्य उजागर किया है, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. उन्होंने मॉनिटर छिपकली (गोआना) में डायनासोर जैसी हड्डी का सबूत खोज निकाला है. यह खोज इतनी चौंकाने वाली है कि इसे ‘प्रकृति का टाइम ट्रेवल’ कहा जा रहा है.
डायनासोर जैसी हड्डी का राज
Zoological Journal of the Linnean Society में प्रकाशित रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पाया कि मॉनिटर छिपकलियों की त्वचा के नीचे ओस्टियोडर्म (Osteoderms) नाम की हड्डीनुमा प्लेट्स होती हैं. ये वही संरचना है जो प्राचीन जीवों जैसे स्टीगोसॉरस डायनासोर में भी पाई जाती थी. रिसर्च टीम ने 2000 से ज्यादा सरीसृपों के नमूने माइक्रो-सीटी स्कैनिंग तकनीक से जांचे और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई.
29 नई प्रजातियों में हुआ बड़ा खुलासा
ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के रिसर्चर रॉय एबल ने बताया, “हमें 29 ऑस्ट्रेलो-पापुआ मॉनिटर लिज़र्ड प्रजातियों में ओस्टियोडर्म मिले, जो पहले कभी दर्ज नहीं किए गए थे. यह खोज पहले की तुलना में पांच गुना ज्यादा मामलों को सामने लाती है.” यह खोज साबित करती है कि छिपकलियों में यह हड्डी डायनासोर से आई हुई पुरानी संरचना का हिस्सा हो सकती है.
ओस्टियोडर्म आखिर है क्या?
ओस्टियोडर्म छोटी-छोटी हड्डीनुमा प्लेट्स होती हैं जो आर्माडिलो, मगरमच्छ और डायनासोर की त्वचा के नीचे मिलती हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार, इसका काम शरीर की सुरक्षा, तापमान नियंत्रण, कैल्शियम स्टोर करना, और गति में मदद करना हो सकता है. हालांकि, इसके सभी फायदे अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं.
छिपकली की कहानी बदलने वाली खोज
म्यूजियम्स विक्टोरिया की सीनियर क्यूरेटर जेन मेलविल ने कहा, “यह खोज हमें सरीसृपों के विकास के बारे में हमारी समझ को बदलने पर मजबूर करती है. संभव है कि ये हड्डियां ऑस्ट्रेलिया के कठिन वातावरण के अनुकूलन के दौरान विकसित हुई हों.”