Worlds Coldest City: सोचिए अगर किसी जगह पर गर्मी के मौसम में भी तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस हो तो वहां की सर्दियों का हाल क्या होगा? ऐसा ही है रूस का याकुत्स्क शहर में जिसे दुनिया का सबसे ठंडा शहर माना जाता है. यहां की ठंड इतनी खतरनाक होती है कि पानी पल भर में बर्फ बन जाता है और लोग बाहर ज्यादा देर खड़े भी नहीं रह सकते. लेकिन हैरानी की बात ये है कि यहां के लोग इसी कड़क ठंड में आराम से रहते हैं और उनका खाना भी बेहद अलग और चौंकाने वाला होता है.
कैसे जीते हैं लोग इस 'आइस वर्ल्ड' में?
याकुत्स्क की जनसंख्या करीब 3.5 लाख है. यहां जनवरी में औसत तापमान -42°C होता है और दिन में सिर्फ 3-4 घंटे सूरज की रोशनी मिलती है. इतनी सर्दी में हर चीज जम जाती है जैसे पानी, हवा, यहां तक कि सांस भी ठंडी पड़ जाती है. लोग बाहर सिर्फ कुछ मिनट के लिए निकलते हैं और फिर तुरंत घर या गर्म जगह की तरफ भागते हैं, क्योंकि जरा सी देर में फ्रॉस्टबाइट (त्वचा जम जाना) हो सकता है. इसी वजह से यहां की सड़कें "आइस फॉग" यानी बर्फीले कोहरे से ढकी रहती हैं, जो ठंडी हवा और नमी से बनता है. शहर पूरी तरह परमाफ्रॉस्ट (जमी हुई ज़मीन) पर बना है, इसलिए घर ज़मीन से ऊपर बनाए जाते हैं ताकि गर्मी से जमीन न पिघले.
खाने में क्या मिलता है?
इतनी कड़क ठंड में खेती करना नामुमकिन है, इसलिए यहां के लोग ज्यादातर मांस खाते हैं. कच्चा मांस, जैसे घोड़े का लीवर, रेनडियर (हिरन), खरगोश और मछलियां यहां की डाइट का हिस्सा हैं. सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि यहां कच्चा घोड़ा लीवर एक डिश के रूप में खाया जाता है. इसके अलावा एक खास व्यंजन स्ट्रोगनिना, जिसमें मछली को जमाकर पतले टुकड़ों में काटा जाता है और उसे कच्चा ही खा लिया जाता है. स्थानीय लोग बताते हैं कि ये सब ठंड से शरीर को बचाने में मदद करता है.
बाजार और कपड़े
यहां के खुले बाजारों में मछली और मांस खुले में ही बिकता है क्योंकि कुछ भी खराब नहीं होता. ठंड इतनी ज्यादा होती है कि मांस सालों तक बिना फ्रिज के भी सुरक्षित रहता है. लोगों को मछली की बदबू तक महसूस नहीं होती. वहीं कपड़ों की बात करें तो यहां खरगोश, लोमड़ी और रेनडियर की खाल से बने गर्म कोट और बूट पहने जाते हैं. एक स्थानीय महिला ने कहा, “बस गोभी की तरह परतों में कपड़े पहन लो.”
शाकाहारी लोगों के लिए?
अगर आप शाकाहारी हैं, तो याकुत्स्क में रहना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. ट्रैवल व्लॉगर अंकिता कुमार ने सलाह दी कि शाकाहारी यात्री अपने साथ रेडी-टू-ईट या डिहाइड्रेटेड फूड जरूर ले जाएं, क्योंकि वहां शाकाहारी खाना लगभग नहीं मिलता.