Shantanu Naidu: शांतनु नायडू, जो रतन टाटा के करीबी सहयोगी रहे हैं; एक बार फिर अपनी विनम्रता से लोगों का दिल जीत रहे हैं. एक युवा इंजीनियर शाहरुख खान ने अपनी कहानी शेयर की, जिसमें उन्होंने शांतनु नायडू से अचानक मुलाकात की. शाहरुख खान ने बताया कि जब उन्होंने शांतनु को देखा तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि रतन टाटा से जुड़े हुए व्यक्ति का स्वभाव इतना सरल और विनम्र होगा.
रतन टाटा से नहीं मिल पाए, लेकिन शांतनु से मिली अद्भुत मुलाकात
शाहरुख खान ने लिंक्डइन पर पोस्ट करते हुए लिखा, "मुंबई में आने के बाद मेरा सपना था कि मैं रतन टाटा सर से मिलूं, लेकिन कई कोशिशों के बावजूद मैं ऐसा नहीं कर सका. फिर एक दिन, मैं काम से घर लौटते समय शांतनु नायडू सर से अचानक मिला. पहले तो मुझे विश्वास नहीं हुआ कि रतन टाटा सर से जुड़े व्यक्ति का स्वभाव इतना साधारण और विनम्र होगा."
शाहरुख ने कहा कि उन्होंने अपनी हिम्मत जुटाकर शांतनु से बात की और न केवल शांतनु ने बात करने के लिए समय दिया, बल्कि उनके साथ फोटो भी खिंचवाने के लिए तैयार हो गए. शाहरुख ने उनकी गर्मजोशी और विनम्रता की तारीफ की और कहा कि यह मुलाकात उनके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गई.
शांतनु नायडू की प्रतिक्रिया
जब शांतनु नायडू ने शाहरुख के पोस्ट को देखा तो उन्होंने जवाब दिया, "Best of luck buddy." इस पर एक यूजर ने लिखा, "यही है विनम्रता का प्रचार. इस दुनिया को इसकी ज्यादा जरूरत है." एक और यूजर ने कहा, "यह एक यादगार पल है." एक और ने लिखा, "सरलता." वहीं, एक अन्य ने कहा, "यह एक बड़ी उपलब्धि है, इस रत्न से मिलना."
शांतनु नायडू की सफलता की कहानी
शांतनु नायडू ने रतन टाटा के सहायक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी और अब वे टाटा मोटर्स में जनरल मैनेजर और हेड – स्ट्रैटेजिक इनिशिएटिव्स के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा, "मुझे याद है जब मेरे पिता टाटा मोटर्स के प्लांट से घर लौटते थे, सफेद शर्ट और नेवी पैंट्स में, और मैं उन्हें खिड़की से इंतजार करता था. अब यह पूरा चक्र पूरा हो चुका है."
2021 में, शांतनु नायडू ने अपनी आत्मकथा "I Came Upon a Lighthouse: A Short Memoir of Life with Ratan Tata" प्रकाशित की थी. इस किताब में उन्होंने रतन टाटा से प्राप्त जीवन के महत्वपूर्ण पाठों, उनके कुत्तों के प्रति प्यार और उनके साथ बिताए गए यादगार अनुभवों को शेयर किया.