Shipki La Viral News: भारत में कई ऐसी जगहें हैं जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ ऐतिहासिक और रणनीतिक महत्व के कारण खास मानी जाती हैं. ऐसी ही एक रहस्यमयी और बेहद खूबसूरत जगह शिपकी ला है, जो अब आजादी के बाद पहली बार पर्यटकों के लिए खोल दी गई है. यह जगह न केवल भारत की सीमा का अंतिम छोर है, बल्कि यहां से चीन (तिब्बत) सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर है.
शिपकी ला हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित है. यह समुद्र तल से करीब 3,930 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और शिमला से लगभग 350 किमी दूर है. यह स्थान इंडो-तिब्बत बॉर्डर पर स्थित है, जहां से तिब्बत का पहला गांव ‘शिपका ला’ दिखाई देता है.
पहले क्यों बंद था यह रास्ता?
शिपकी ला एक समय भारत और तिब्बत के बीच व्यापारिक रास्ता हुआ करता था. लेकिन 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद यहां से व्यापार बंद हो गया और यह जोन संवेदनशील घोषित कर दिया गया. इसके चलते यहां टूरिस्टों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी गई थी.
आज किन्नौर ज़िला के सीमावर्ती क्षेत्र शिपकी-ला में सीमा पर्यटन गतिविधियों का शुभारम्भ किया।
सीमा पर्यटन गतिविधियों के आरम्भ होने से पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आर्थिकी भी सशक्त होगी। राज्य सरकार ने रक्षा मंत्रालय से सीमावर्ती क्षेत्र लेपचा, शिपकी-ला, गिऊ और रानी कंडा में… pic.twitter.com/685mhwD4jY
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) June 10, 2025
अब क्यों और कैसे खुला?
भारत सरकार ने बॉर्डर टूरिज्म को बढ़ावा देने की एक नई पहल की है. इसी के तहत 8 जून 2025 से शिपकी ला को पहली बार आम भारतीय पर्यटकों के लिए खोला गया है. यहां आप सीधे जाकर बर्फ से ढके पहाड़, सीमा पर तैनात भारतीय जवान, और तिब्बत की झलक देख सकते हैं.
क्या हैं शर्तें और नियम?
शिपकी ला में जाने के लिए कुछ खास नियम तय किए गए हैं. यहां सिर्फ भारतीय नागरिक ही जा सकते हैं, विदेशियों को अनुमति नहीं है. इस जगह पर जाने के लिए किसी प्रकार का परमिट जरूरी नहीं, सिर्फ आधार कार्ड दिखाना होता है. हर दिन केवल 50 सैलानी ही यहां जा सकते हैं. दोगरी-नमज्ञा चेक पोस्ट पर सेना की देखरेख में टोकन दिए जाते हैं और एक बार में 20 लोग ही शिपकी ला भेजे जाते हैं. सबसे अहम बात यह है कि यहां रात रुकने की इजाजत नहीं है और सभी पर्यटकों को शाम से पहले वापस लौटना होता है.
भारत-चीन बॉर्डर सिर्फ 300 मीटर दूर
शिपकी ला पास से तिब्बत के शिपका ला गांव को देखा जा सकता है और भारत-चीन बॉर्डर सिर्फ 300 मीटर दूर है. यहां टूरिस्ट बॉर्डर को बेहद पास से देख सकते हैं. जल्द ही ITBP यहां कैफेटेरिया भी बनाएगी. शिपकी ला पहुंचने के लिए पहले शिमला जाना होगा, फिर रामपुर बुशहर होते हुए रिकॉन्गपिओ और नाको की तरफ बढ़ें. खाब ब्रिज से पहले दाहिने रास्ते से 30 किमी आगे बढ़कर शिपकी ला पहुंचा जा सकता है. यह जगह ऑफबीट ट्रैवल पसंद करने वालों के लिए बेहतरीन है.