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ट्रैफिक में फंसा शख्स, दिमाग चलाकर खोज डाला 'न्यूटन का चौथा नियम', पोस्ट देख हंसते-हंसते लोटपोट हो गए लोग

Bengaluru News: बेंगलुरु ट्रैफिक से परेशान ललित गौर ने मजाक में 'न्यूटन का चौथा नियम' बना डाला. "एक बेंगलुरु ऑटो अगर रुके, तो हमेशा रुका रहेगा." उनका पोस्ट वायरल हो गया और सोशल मीडिया पर हंसी की लहर दौड़ पड़ी. अब लोग पूछ रहे हैं, "पांचवां नियम कब आएगा?"  

ट्रैफिक में फंसा शख्स, दिमाग चलाकर खोज डाला 'न्यूटन का चौथा नियम', पोस्ट देख हंसते-हंसते लोटपोट हो गए लोग
Shivam Tiwari|Updated: Jun 30, 2025, 06:49 AM IST
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Bengaluru Viral News: बेंगलुरु का ट्रैफिक किसी फिल्म की स्लो मोशन सीन जैसा लगता है. जहां गाड़ियां चलती नहीं, बल्कि रेंगती हैं. शहर की सड़कें हर रोज़ लाखों लोगों की परीक्षा लेती हैं. कुछ लोग गुस्से में सिर पीटते हैं, तो कुछ लोग इस परेशानी से निकलने के लिए क्रिएटिव रास्ता अपनाते हैं. हाल ही में एक शख्स ने ऐसा ही किया और बेंगलुरु के ट्रैफिक में फंसकर एक ‘वैज्ञानिक खोज’ कर डाली न्यूटन का चौथा गति का नियम. जिसके बाद सोशल मीडिया पर यह पोस्ट आग की तरह फैल गई. 

दरअसल, बेंगलुरु के रहने वाले ललित गौर नाम के एक युवक ने X (पहले ट्विटर) पर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें गूगल मैप्स के मुताबिक 3.6 किलोमीटर की दूरी तय करने में 48 मिनट लग रहे थे. ये देखकर कोई भी परेशान हो जाए, लेकिन ललित ने अपनी क्रिएटिव सोच से इसे हंसने वाली कहानी बना दिया. ललित एस्क पर पोस्ट करते हुए लिखते हैं कि "न्यूटन का चौथा गति का नियम: एक बेंगलुरु ऑटो अगर एक बार रुके, तो हमेशा रुका ही रहेगा."

 

पोस्ट देखकर लोग कर रहे हैं मजेदार कमेंट 

बस फिर क्या था, यह लाइन लोगों के दिल को ऐसे लगी कि सोशल मीडिया पर हंसी का तूफान आ गया. पोस्ट को कुछ ही समय में 6.5 हजार से ज्यादा बार देखा गया और हजारों लोगों ने इस पर मजेदार कमेंट्स किए. एक यूज़र ने लिखा, "चल के निकल जाओ भाई, कम से कम मन की शांति तो मिलेगी." ललित ने हंसते हुए जवाब दिया, "अभी डोसा खाकर निकला हूं, शुक्र है होटल में कोई हवाई जहाज नहीं गिरा." एक अन्य यूज़र ने लिखा, "48 मिनट में मैं तो पूरा ऑफिस पहुंच गया, और वो भी 19 किलोमीटर दूर."तो किसी ने लिखा, "भाई, ऐसे ट्रैफिक में तो इंटरव्यू में पूछे गए '5 साल बाद खुद को कहां देखते हो?' का जवाब यही होगा. ट्रैफिक में फंसे हुए."

लोग पूछ रहे हैं पांचवां नियब कब आएगा

इस मजेदार पोस्ट में छुपा दर्द असल में लाखों बेंगलुरुवासियों की सच्चाई है. यहां ट्रैफिक एक ऐसी समस्या है जो अब लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुकी है. लेकिन ललित गौर जैसे लोग इसे भी ह्यूमर के नजरिए से देखना जानते हैं. उन्होंने न केवल लोगों को हंसी दी, बल्कि यह भी दिखा दिया कि किस तरह छोटी-छोटी परेशानियों को भी मजाक में बदलकर हल्का किया जा सकता है. अब लोग पूछ रहे हैं "भाई, न्यूटन का पांचवां नियम कब आ रहा है?" 

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