Micro Nation Verdis: आपने कभी सोचा है कि कोई इंसान खुद का देश बना सकता है? सुनने में अजीब लगता है, लेकिन ब्रिटेन के 20 साल के डेनियल जैक्सन ने यही कर दिखाया है. उन्होंने क्रोएशिया और सर्बिया के बीच एक विवादित जमीन पर अपना खुद का देश बना लिया है, जिसका नाम है – द फ्री रिपब्लिक ऑफ वर्डिस. और मजे की बात ये है कि डेनियल खुद को इस देश का राष्ट्रपति भी घोषित कर चुके हैं.
वर्डिस देश कहां है और इसमें क्या-क्या है?
वर्डिस (Verdis) नाम का यह देश करीब 125 एकड़ की जंगल जैसी जमीन पर बना है, जो डेन्यूब नदी के किनारे मौजूद है. यह जमीन ‘पॉकेट थ्री’ नाम से जानी जाती है और इसे अभी तक कोई देश आधिकारिक रूप से अपना नहीं मानता. यही वजह है कि डेनियल ने इसे अपना देश घोषित कर दिया. इस देश की अपनी झंडा, मुद्रा (यूरो), भाषा (अंग्रेजी, क्रोएशियन, सर्बियन) और एक छोटी सी कैबिनेट भी है. यहां तक कि इस देश की अपनी नागरिकता भी है, जिसमें अब तक 400 लोग आधिकारिक नागरिक बन चुके हैं.
ये सब शुरुआत कैसे हुई?
डेनियल का कहना है कि जब वह 14 साल के थे, तब उन्होंने दोस्तों के साथ मिलकर इस देश का सपना देखा था. उन्होंने कहा, “ये एक पागलपन भरा सपना था जो आज हकीकत बन गया है.” 18 साल की उम्र में उन्होंने वर्डिस को एक कानूनी संरचना दी- कानून बनाए, झंडा बनाया और अपनी टीम तैयार की. अक्टूबर 2023 में डेनियल और उनके कुछ साथियों को क्रोएशियन पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें देश से निकाल दिया गया.
अब उन्हें क्रोएशिया में जिंदगी भर के लिए बैन कर दिया गया है. पुलिस ने बस इतना कहा कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं. डेनियल वर्डिस को ऑनलाइन 'इन एग्जाइल' यानी निर्वासन में रहते हुए चला रहे हैं. वे कहते हैं, “मेरा मकसद सत्ता नहीं है, मैं तो सिर्फ एक आम नागरिक बनना चाहता हूं.”
कौन वर्डिस के नागरिक बन सकते हैं?
वर्डिस के पासपोर्ट और नागरिकता के लिए हज़ारों लोगों ने दिलचस्पी दिखाई है, लेकिन अब तक 400 ही लोग मंजूर किए गए हैं. डेनियल कहते हैं कि उन्हें स्किल्ड लोग जैसे डॉक्टर, पुलिस वाले आदि ज्यादा चाहिए. हालांकि, वे चेतावनी देते हैं कि वर्डिस के पासपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय यात्रा में इस्तेमाल न करें. डेनियल को उम्मीद है कि एक दिन वह फिर से वर्डिस लौटेंगे और वहां चुनाव कराकर लोकतंत्र कायम करेंगे. उनके मुताबिक, “क्रोएशिया इस जमीन पर दावा नहीं करता, इसलिए हमारा सपना अब भी जिंदा है.”