trendingNow12357695
Hindi News >>जरा हटके
Advertisement

इतना ट्रैफिक... कार से जल्दी पैदल पहुंचने का दिखाने लगा Google, लोगों ने कहा कुछ ऐसा

Traffic In Bengaluru: एक्स यूजर आयुष सिंह ने गूगल मैप्स का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें ब्रिगेड मेट्रोपोलिस से केआर पुरम रेलवे स्टेशन तक की दूरी की यात्रा के समय की तुलना की गई है, जो लगभग 6 किलोमीटर है. 

 
इतना ट्रैफिक... कार से जल्दी पैदल पहुंचने का दिखाने लगा Google, लोगों ने कहा कुछ ऐसा
Alkesh Kushwaha|Updated: Jul 29, 2024, 06:29 AM IST
Share

Google Traffic: बेंगलुरु की बदहाल ट्रैफिक स्थिति कोई नई बात नहीं है. शहर में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने के लिए अक्सर लोगों को उम्मीद से कहीं ज्यादा समय लग जाता है. हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट ने इस समस्या को और गंभीर रूप से उजागर किया है, जिसमें दावा किया गया है कि शहर में कई बार पैदल चलना गाड़ी चलाने से ज्यादा तेज़ साबित हो सकता है.

बेंगलुरु की ट्रैफिक माशा-अल्लाह

एक्स यूजर आयुष सिंह ने गूगल मैप्स का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें ब्रिगेड मेट्रोपोलिस से केआर पुरम रेलवे स्टेशन तक की दूरी की यात्रा के समय की तुलना की गई है, जो लगभग 6 किलोमीटर है. स्क्रीनशॉट के अनुसार, इस दूरी को तय करने में पैदल चलने में 42 मिनट लगेंगे जबकि गाड़ी से जाने में 44 मिनट लगेंगे. आयुष सिंह के पोस्ट ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है और लोगों ने इस समस्या पर अपनी सहमति जताई है.

ट्रैफिक से परेशान है पूरा शहर

कई लोगों ने अन्य शहरों में भी इसी तरह की समस्याओं का सामना करने की बात कही है. बेंगलुरु जैसे तेजी से बढ़ते शहर में बढ़ती जनसंख्या और वाहनों की संख्या के कारण ट्रैफिक की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है. इसके समाधान के लिए प्रभावी यातायात प्रबंधन और सार्वजनिक परिवहन के बेहतर विकल्पों की आवश्यकता है. यह बात स्थानीय लोगों के लिए कोई नई नहीं है. इसका नतीजा यह हुआ है कि शहर में ट्रैफिक की समस्या बहुत बढ़ गई है, जिसकी वजह से छोटी दूरी तय करने में भी काफी समय लग जाता है.

 

 

वायरल पोस्ट पर लोगों ने क्या कहा?

पोस्ट को ऑनलाइन शेयर करने के बाद से सोशल मीडिया यूजर्स के बीच काफी चर्चा शुरू हो गई. बहुत से लोगों ने बेंगलुरु के ट्रैफिक पर अपनी नाराजगी जाहिर की, वहीं कुछ लोगों ने अलग-अलग नजरिए भी साझा किए. एक यूजर ने लिखा, "दुनिया के कई मेट्रो शहरों में यही हाल है." जबकि दूसरे ने कहा, "पीक टाइम में मुंबई और दिल्ली में भी ऐसा ही होता है." एक तीसरे यूजर ने लिखा, "ऐसी जगह रहना ही क्यों?"

Read More
{}{}