Gaza Water Crisis: गाजा से सामने आए एक दिल दहला देने वाले वीडियो ने दुनियाभर में लोगों का ध्यान खींचा है. इस वीडियो में एक 2 साल की मासूम बच्ची दो भारी जेरिकेन (पानी के डिब्बे) उठाकर अपनी झोपड़ी की ओर जा रही है ताकि अपने परिवार के लिए पीने का पानी ला सके. ये दृश्य न सिर्फ युद्ध की त्रासदी को दर्शाता है, बल्कि ये भी बताता है कि गाजा में बच्चे किस तरह की तकलीफें झेल रहे हैं.
गाजा के हालात बेहद ही खराब
गाजा में इस समय हालात बेहद खराब हैं. इजरायल की तरफ से लगाए गए नाकेबंदी (ब्लॉकेड) के कारण लोगों को न तो ठीक से खाना मिल पा रहा है और न ही पीने का पानी. यह ब्लॉकेड इजरायल की सैन्य रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है, लेकिन इसका सबसे बुरा असर आम नागरिकों पर पड़ रहा है – खासकर बच्चों पर. यूनीसेफ के अनुसार, गाजा में जो बच्चे बेघर हो चुके हैं, उन्हें एक दिन में सिर्फ 1.5 से 2 लीटर पानी मिल पा रहा है जबकि इंसान की बुनियादी जरूरतों – पीने, सफाई और खाना बनाने के लिए कम से कम 15 लीटर पानी रोज़ाना चाहिए. यहां तक कि 3 लीटर का 'सर्वाइवल थ्रेशोल्ड' भी नहीं मिल पा रहा.
हैजा जैसी बीमारियों का खतरा
दिसंबर की शुरुआत से अब तक लाखों लोग – जिनमें आधे बच्चे हैं – राफा शहर की ओर पलायन कर चुके हैं. उन्हें पीने के पानी, खाना, दवाइयों, और आश्रय की भारी कमी झेलनी पड़ रही है. लगातार बारिश और बाढ़ ने हालात और बदतर कर दिए हैं, जिससे हैजा जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि इन हालात में बच्चे डिहाइड्रेशन, दस्त, बीमारियों और कुपोषण के शिकार हो रहे हैं. यह मानसिक और शारीरिक रूप से उनके जीवन पर गहरा असर डाल रहा है. वीडियो के वायरल होने के बाद दुनिया भर की राहत एजेंसियों और आम लोगों ने गाजा की स्थिति पर तुरंत अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग की है.