Magarmach Ka Video : फ्रांस के वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर लुकास ने हाल ही में अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य के एवरग्लेड्स क्षेत्र में एक बेहद हैरान कर देने वाला दृश्य देखा. उन्होंने एक अमेरिकी मगरमच्छ को पानी में तैरते और जमीन पर घूमते हुए देखा, लेकिन जो चीज सबसे चौंकाने वाली थी, वह ये कि उस मगरमच्छ का ऊपरी जबड़ा पूरी तरह से गायब था.
लुकास ने इस अनोखे मगरमच्छ की तस्वीरें और वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट (@herpingtime) पर शेयर किए हैं. इनमें मगरमच्छ बिना किसी परेशानी के आराम से तैरता और चलता हुआ दिखाई दे रहा है, जैसे उसे कोई तकलीफ ही नहीं हो. उसका निचला जबड़ा सही सलामत है और उसके दांत भी साफ नजर आ रहे हैं, लेकिन ऊपरी जबड़े की जगह बस खुला मांस और अधूरी सी थूथन दिखाई दे रही है.
यूजर बोले- "खाता कैसे होगा बेचारा"
लुकास ने अपनी पोस्ट के कैप्शन में लिखा, “मार्च 2025 में एवरग्लेड्स में इस मगरमच्छ को देखा, जिसका ऊपरी जबड़ा पूरी तरह से गायब था. उसके चेहरे पर सिर्फ खुला मांस और अधूरी थूथन थी. ऐसा नहीं लगा कि यह कभी कैद में रहा हो. यह पूरी तरह से जंगल में खुला घूम रहा था.” लुकास की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है और अब तक इसे 4 हजार से ज़्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. लोगों ने कमेंट्स में ढेरों सवाल पूछे. एक यूजर ने हैरानी जताते हुए लिखा, “ये खाता कैसे होगा? बेचारा.” एक और ने सवाल उठाया – “सब पूछ रहे हैं ये खा कैसे रहा है, मैं तो जानना चाहता हूं कि इसका जबड़ा गया कहां?” वहीं किसी ने मजाक में लिखा, “अब तो ये काटेगा नहीं...प्यारा लग रहा है.” हालांकि, ZEE News इस वायरल वीडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं करता.
पहले भी देखा गया ऐसा मगरमच्छ!
हैरानी की बात ये है, कि ऐसा मगरमच्छ पहली बार नहीं देखा गया है. एक इंस्टाग्राम यूजर ने जानकारी दी कि ऑरलैंडो के गेटरलैंड पार्क में भी एक ऐसा ही मगरमच्छ है, जिसका नाम "जॉलीन" है. उसका भी ऊपरी जबड़ा नहीं है, लेकिन वह इंसानों की देखरेख में सुरक्षित जीवन जी रहा है. पार्क के डायरेक्टर के अनुसार, जॉलीन के जबड़े पर जो चोट है, वो संभवतः किसी नाव के प्रॉपेलर से लगी थी. इसके उलट, लुकास द्वारा देखा गया मगरमच्छ पूरी तरह जंगली है और किसी की मदद के बिना खुद ही जिंदगी की जंग लड़ रहा है. हालांकि इस तरह की हालत में जिंदा रह पाना बहुत ही मुश्किल होता है, मगरमच्छों की मजबूत सहनशक्ति और खुद को हालात के अनुसार ढाल लेने की क्षमता इसे मुमकिन बना देती है. विशेषज्ञों का मानना है कि शायद ये मगरमच्छ छोटे जीवों को अपने निचले जबड़े और जीभ के सहारे निगल लेता होगा.