Wedding Card Viral: भारत को अक्सर गंगा-जमुनी तहज़ीब वाला देश कहा जाता है, जहां हर धर्म के लोग मिल-जुलकर रहते हैं. यहां हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों को समान सम्मान मिलता है. सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा ही मामला वायरल हो रहा है, जिसे लोग धर्मनिरपेक्षता की मिसाल भी कह रहे हैं और कुछ लोग इसे फेक बता रहे हैं.
लड़के वालों ने बांटा शादी का कार्ड
इंस्टाग्राम के एक मीम अकाउंट पर हाल ही में एक फोटो पोस्ट की गई है जो एक शादी का कार्ड है. यह कार्ड देखने में तो आम शादी के कार्ड जैसा ही है, लेकिन इसकी एक खास बात ने सबका ध्यान खींचा. ये कार्ड एक मुस्लिम परिवार की तरफ से छपवाया गया है. निकाह की तारीख दी गई है. दूल्हे का नाम है सदाब और दुल्हन का नाम शबनम. ये कार्ड बिहार के भागलपुर जिले से जुड़ा बताया जा रहा है और इसे किसी अमित कुमार सिंह के नाम भेजा गया है. अब जो बात इस कार्ड को चर्चा में ला रही है, वो है इसके ऊपर भगवान गणेश की फोटो होना. आमतौर पर मुस्लिम शादी के कार्ड पर हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरें नहीं होतीं, लेकिन इस कार्ड पर गणेश जी की तस्वीर छपी है. यही वजह है कि लोग इसे धर्मनिरपेक्षता की मिसाल भी कह रहे हैं.
सोशल मीडिया पर कार्ड हुआ वायरल
हालांकि, कई यूजर्स इस कार्ड को फेक बता रहे हैं. इसके पीछे कुछ तर्क भी दिए जा रहे हैं. पहला, 21 जून 2025 की तारीख को कार्ड पर रविवार लिखा है, जबकि असल में उस दिन शनिवार था. दूसरा, कार्ड में जो मोबाइल नंबर लिखा है, वह 11 अंकों का है, जबकि भारत में मोबाइल नंबर अधिकतम 10 अंकों के होते हैं. जबकि यह कार्ड खूब वायरल हो रहा है. इस कार्ड को देखकर लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं. एक यूजर ने तो मजाक में लिखा, "वालेकुम सलाम की जगह वालेकुम प्रणाम." इससे लोग अंदाजा लगा रहे हैं कि कार्ड को जानबूझकर वायरल करने के लिए इस तरह डिजाइन किया गया है.