Weight Loss Journey: आज के समय में सोशल मीडिया पर वजन घटाने की स्टोरी और पर्सनैलिटी चेंज की तस्वीरें बहुत देखने को मिलती हैं. इन कहानियों से कई लोग प्रेरित होकर हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाते हैं. ऐसी ही एक इंस्पिरेशनल कहानी है समित जैन की, जिन्होंने अपने दृढ़ निश्चय और सही मार्गदर्शन से मोटापे से फिटनेस तक का सफर तय किया. उनकी यह कहानी हमें दिखाती है कि अगर इच्छाशक्ति हो, तो सब कुछ संभव है.
मोटापे का बोझ
समित का वजन एक समय 105 किलोग्राम तक पहुंच गया था. रोजमर्रा के काम जैसे जूते के फीते बांधना या सीढ़ियां चढ़ना उनके लिए मुश्किल हो गए थे. उनके शरीर ने कई बार चेतावनी दी, लेकिन समित ने इन्हें नजरअंदाज किया. दोस्त और परिवार वाले अक्सर उनके वजन को लेकर मजाक करते, जिससे खास मौकों पर उन्हें शर्मिंदगी और दुख का सामना करना पड़ता था.
रात में लिया गया एक बड़ा फैसला
सब कुछ तब बदला जब एक रात 1 बजे समित ने फिटनेस कोच यश देसाई को फोन किया. उन्होंने अपनी फिजिकल और मेंटल परेशानियों को शेयर किया, साथ ही कई सालों तक सहा गया मजाक भी बताया. समित की कहानी सुनकर यश ने उनकी मदद करने का वादा किया. उन्होंने समित के लिए एक आसान और टिकाऊ योजना बनाई, जो उनकी जरूरतों के हिसाब से थी.
बदलाव की शुरुआत
समित का लक्ष्य था कि वे बेहतर दिखें और महसूस करें. वे अपने शरीर को अपनी आत्मा की राह में रुकावट नहीं बनने देना चाहते थे. यश के मार्गदर्शन में उन्होंने अपने वजन को कम करने का फैसला किया. यश ने न केवल उनकी फिटनेस में मदद की, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाया. सिर्फ दो हफ्तों में समित को थकान की जगह ऊर्जा महसूस होने लगी.
पांच महीनों में शानदार बदलाव
पांच महीनों में समित ने 30 किलोग्राम वजन घटाया और उनका वजन 75 किलोग्राम हो गया. वे इस बदलाव को ‘नया जन्म’ मानते हैं. उनकी फिटनेस योजना में हफ्ते में सिर्फ तीन दिन जिम में एक्सरसाइज शामिल था, जिसमें कार्डियो और वेट ट्रेनिंग थी. हर सेशन एक घंटे से ज्यादा नहीं था. उनका खानपान फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर था, साथ ही एनर्जी बनाए रखने के लिए थोड़े कार्बोहाइड्रेट भी शामिल थे. यह डाइट इतनी आसान थी कि समित को इसे फॉलो करने में कोई दिक्कत नहीं हुई.
समित उन लोगों को सलाह देते हैं जो वजन घटाना चाहते हैं. वे कहते हैं, “पूरी तरह से बदलाव की तलाश न करें. छोटी-छोटी जीत का जश्न मनाएं.” अब समित ऊर्जा, आत्मविश्वास और सकारात्मकता से भरे हुए हैं. उनकी कहानी इस बात का सबूत है कि सही सोच और सहायता के साथ स्थायी बदलाव संभव है.