Monkeys Kidnapping Babies: पनामा के तट से 55 किलोमीटर दूर जिकारोन द्वीप पर वैज्ञानिकों ने एक अजीब व्यवहार देखा. कैपुचिन बंदर हाउलर बंदरों के शिशुओं को उठाकर अपनी पीठ पर ले जा रहे हैं. कैपुचिन बंदरों को लोकल लोग जोकर कहते हैं. पहले वैज्ञानिकों को लगा कि यह कोई कैपुचिन शिशु है, लेकिन करीब से देखने पर पता चला कि यह एक अलग प्रजाति का हाउलर शिशु था. यह खोज वैज्ञानिकों को हैरान करने वाली थी.
15 महीने की रिसर्च से खुलासा
मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट और स्मिथसोनियन ट्रॉपिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने 15 महीने तक कैमरा ट्रैप्स से डेटा इकट्ठा किया. जनवरी 2022 से मार्च 2023 तक, चार कैपुचिन नर बंदरों ने कम से कम 11 हाउलर शिशुओं को किडनैप किया. ये बंदर शिशुओं को न तो खा रहे थे, न ही उनकी देखभाल कर रहे थे. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह एक सांस्कृतिक फैशन हो सकता है, जो द्वीप के अनोखे पर्यावरण के कारण हुआ.
हाउलर बंदरों का खतरा
जिकारोन द्वीप पर हाउलर बंदरों की प्रजाति लुप्तप्राय है, जिन्हें एलौआटा पैलियाटा कोइबेंसिस भी कहते हैं. ये बंदर हर दो साल में केवल एक बार बच्चे को जन्म देते हैं. इसलिए शिशुओं का अपहरण उनके लिए बड़ा खतरा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस व्यवहार को समझना जरूरी है ताकि हाउलर बंदरों की रक्षा की जा सके.
क्यों कर रहे हैं ऐसा?
रिसर्चर जोए गोल्ड्सबरो इस व्यवहार को समझने की कोशिश कर रही हैं. पहले उन्हें लगा कि कैपुचिन शिशुओं को गोद ले रहे हैं, जैसा कि कुछ बंदर प्रजातियां करती हैं. लेकिन ये नर बंदर शिशुओं की देखभाल नहीं कर रहे थे. शिशु भूख से मर गए क्योंकि उन्हें मां का दूध नहीं मिला. वैज्ञानिकों ने यह भी सोचा कि शायद कैपुचिन इन्हें खा रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं था. जिकारोन द्वीप पर कोई शिकारी नहीं है, जिसके कारण कैपुचिन बंदर बिना डर के अजीब हरकतें करते हैं.
वैज्ञानिक ब्रेंडन बैरेट का कहना है कि ये बंदर उत्सुक और शरारती होते हैं. द्वीप पर उनकी आजादी और बोरियत इस व्यवहार का कारण हो सकती है. युवा बंदरों में नई चीजें आजमाने की प्रवृत्ति होती है, जैसे कि जापान में एक युवा मकाक बंदर ने आलू धोने की शुरुआत की थी. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह व्यवहार एक अस्थायी फैशन हो और जल्द खत्म हो जाए. वे यह भी चाहते हैं कि हाउलर बंदर अपने शिशुओं की रक्षा के लिए नए तरीके अपनाएं. यह व्यवहार हमें इंसानों की तरह सोचने पर मजबूर करता है, जो कभी-कभी बिना कारण दूसरों को नुकसान पहुंचाते हैं। रिसर्चर इस रहस्य को और गहराई से समझने की कोशिश कर रहे हैं.