trendingNow12462931
Hindi News >>जरा हटके
Advertisement

जॉब के लिए किया अप्लाई तो 48 साल बाद आया कंपनी का लेटर, लिखी थी दिमाग हिला देने वाली बातें

Trending News: लिंकनशायर की रहने वाली तिजी हडसन का सपना था मोटरसाइकल स्टंट राइडर बनने का, और 1976 में उन्होंने इस काम के लिए अप्लाई किया था. लेकिन उनका लेटर खो गया था और दशकों बाद पोस्ट ऑफिस ने इसे ढूंढ लिया.

 
जॉब के लिए किया अप्लाई तो 48 साल बाद आया कंपनी का लेटर, लिखी थी दिमाग हिला देने वाली बातें
Alkesh Kushwaha|Updated: Oct 07, 2024, 03:20 PM IST
Share

Job Application: नौकरी के लिए अप्लाई करने के बाद जवाब मिलने का इंतजार करना बहुत ही तड़पने वाला होता है, लेकिन यूके में एक 70 साल की महिला को उसके जॉब लेटर का जवाब बहुत ही देर से आया. क्या आप गेस कर सकते हैं? शायद नहीं क्योंकि यह कुछ दिन या महीनों नहीं बल्कि लगभग 50 साल लग गए. लिंकनशायर की रहने वाली तिजी हडसन का सपना था मोटरसाइकल स्टंट राइडर बनने का, और 1976 में उन्होंने इस काम के लिए अप्लाई किया था. लेकिन उनका लेटर खो गया था और दशकों बाद पोस्ट ऑफिस ने इसे ढूंढ लिया.

यह भी पढ़ें: Knowledge News: क्या है सुखी विवाह? सिर्फ ऐसे लड़कों से शादी करती हैं खूबसूरत लड़कियां

48 साल बाद अपना लेटर देखकर चौंकी हडसन ने कहा कि इसका वापस आना अमेजिंग था. हडसन ने बीबीसी को बताया, "मैं हमेशा सोचती थी कि मुझे नौकरी के बारे में कभी जवाब क्यों नहीं मिला. अब मुझे पता है क्यों." हालांकि वह नौकरी से चूक गई. हडसन ने स्नेक हैंडलर, घोड़ा व्हिस्परर, एरोबेटिक पायलट और फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर के तौर पर एक डेयरडेविल करियर को चुना. उन्होंने पूरी दुनिया में यात्रा की.

हडसन का कहना है कि लगभग आधा सदी पहले हुई इस घटना के बावजूद उन्हें वह दिन अच्छे से याद है जब उन्होंने नौकरी आवेदन पत्र लिखा था. उन्होंने कहा, "मुझे अच्चे से याद है कि लंदन में अपने फ्लैट में बैठकर मैंने लेटर टाइप की थी. हर दिन मैं अपने पोस्ट की तलाश करती थी लेकिन वहां नहीं मिला और मैं बहुत निराश हो गई थी क्योंकि एक मोटरसाइकल पर एक स्टंट राइडर बनना चाहती थी." 

यह भी पढ़ें: ओवरटाइम से किया मना तो बॉस ने निकाला बाहर, फिर दिव्यांग एम्प्लाई ने कर दिया कंपनी का खुलासा

हडसन ने कहा कि एक महिला होने के नाते वह बहुत सावधान थी कि इंटरव्यूअर को जेंडर पता न चले क्योंकि वह जानती थी कि इससे उसकी जॉब की संभावना कम हो जाएगी. उन्होंने कहा, "मैंने यहां तक ​​कि बेवकूफी से उनसे कहा कि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं कितनी हड्डियां तोड़ सकती हूं क्योंकि मैं इसके लिए तैयार थी." हडसन ने कहा कि इतने सालों के बाद लेटर वापस पाने से उन्हें पता चला कि वे अपने लोगों को क्या सलाह दूंगी.

Read More
{}{}