Viral News: मां बनना हर महिला के जीवन का एक बेहद खास और भावुक पल होता है. लेकिन जब यही पल किसी गलती या लापरवाही की वजह से एक दर्दनाक हादसे में बदल जाए, तो यह जख्म जिंदगी भर नहीं भरता. ब्रिटेन के केंट में रहने वाली 20 वर्षीय एबी हॉलैंड की कहानी भी कुछ ऐसी ही है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया.
एबी अपनी पहली प्रेग्नेंसी में थीं और सब कुछ सामान्य चल रहा था. उन्हें यह भी पता चल चुका था कि वह एक बेटी को जन्म देने वाली हैं. लेकिन अचानक प्रेग्नेंसी के 23वें हफ्ते और पांचवें दिन उन्हें तेज़ दर्द हुआ और रात में उनका पानी भी फट गया. एबी को तुरंत मेडवे मैरीटाइम अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें चेल्सी और वेस्टमिंस्टर अस्पताल रेफर कर दिया गया क्योंकि वहां नवजात शिशुओं की इमरजेंसी देखभाल (NICU) की सुविधा थी.
अस्पताल के लोगों ने नहीं दिया ठीक से ध्यान
लेकिन एबी को वहां जो अनुभव मिला, वो बेहद दर्दनाक था. एक विशेषज्ञ डॉक्टर ने साफ कहा, “इतने छोटे बच्चे के बचने की उम्मीद नहीं है” और उनकी बेटी को ‘स्क्रैप’ कहकर संबोधित किया. एबी को बहुत दुख हुआ क्योंकि उन्हें कोई संवेदना या उम्मीद नहीं दी गई. उनकी हालत धीरे-धीरे बिगड़ती जा रही थी लेकिन 12 घंटे तक कोई नर्स या मिडवाइफ उनकी जांच के लिए नहीं आई. दर्द असहनीय था और खून भी बह रहा था, लेकिन स्टाफ इसे सामान्य बताते रहे.
एबी की मां ने बार-बार स्टाफ से मदद मांगी लेकिन किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई. हालत इतनी बिगड़ी कि एक बार एबी बेहोश भी हो गईं. अंत में एक स्टूडेंट मिडवाइफ ने उनकी बेटी की दिल की धड़कन जांची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. बच्ची की धड़कन रुक चुकी थी. एबी को डिलीवरी रूम ले जाया गया, जहां उन्हें अपनी मृत बेटी को जन्म देना पड़ा.
‘फैक्टर V लीडेन’बीमारी के करण हुई मौत
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में किसी जेनेटिक या शारीरिक समस्या की पुष्टि नहीं हुई. बाद में पता चला कि एबी और उनकी मां को ‘फैक्टर V लीडेन’ नामक बीमारी है, जिससे खून का थक्का बन सकता है और समयपूर्व प्रसव हो सकता है. अगर समय पर जांच और देखभाल होती, तो बच्ची को बचाया जा सकता था. इसके बाद एबी ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया और शिकायत दर्ज की. अस्पताल को माफी मांगनी पड़ी और उन्होंने वादा किया कि भविष्य में ऐसी घटना दोहराई नहीं जाएगी.