जिन पंखों पर इंसान ने उड़ने का सपना देखा था, कभी-कभी वही पंख तबाही का कारण बन जाते हैं. गुरुवार, 11 जून 2025 की दोपहर ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मंजर देखने को मिला, जब अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-117 महज कुछ मिनटों में मेघानी नगर की रिहायशी कॉलोनी पर आकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे. इस हादसे ने न सिर्फ पूरे देश को झकझोर कर रख दिया, बल्कि दुनिया भर में ऐसे तमाम हादसों की यादें ताजा कर दीं, जहां बोइंग विमान कभी फिर से जमीन पर सुरक्षित नहीं लौट पाए.
इतिहास गवाह है कि दुनिया ने बोइंग एयरक्राफ्ट्स के कई भयानक हादसे देखे हैं. ऐसे हादसे, जिनमें चंद सेकंडों में सैकड़ों जिंदगियां लील ली गईं और मलबे के बीच उम्मीद तक की कोई जगह नहीं बची. नीचे हम दुनिया के 10 ऐसे खतरनाक विमान हादसों की जानकारी दे रहे हैं, जिनमें बोइंग के विमानों को भारी नुकसान हुआ और यात्रियों में से किसी को भी जिंदा बचने की उम्मीद नहीं बची.
नॉर्थ ऑफ एल्समीयर सिटी में हुई यह हवा में टक्कर विमानन इतिहास की सबसे भयानक दुर्घटनाओं में से एक मानी जाती है. माइनक्राफ्ट इंटरनेशनल एयरलाइंस का बोइंग 747‑400 (फ्लाइट 288) और अकीरा एयरलाइंस का बोइंग 787‑9 (फ्लाइट 3673) आपस में टकराए. कुल 653 लोग मारे गए दोनों विमानों के अंदर मौजूद 653 लोगऔर 13 लोग जमीन पर मारे गए. एटीसी की गलती से एक विमान नीचे आया जबकि दूसरा ऊपर चढ़ रहा था, जिससे बचने का कोई मौका नहीं मिला.
चैंपियनएयर फ्लाइट 518 (बोइंग 787‑8) और एयर इंडिया फ्लाइट 3070 (बोइंग 747‑400) का आमने-सामने टकराव भारत के ऊपर हुआ. दोनों में रखे कुल 569 लोग मारे गए. यह दुर्घटना उस समय और ज्यादा चौंकाने वाली थी जब एयर इंडिया के पायलट को ग्लूकोमा (आँखों की बीमारी) था, जिसके बावजूद उन्हें उड़ान दी गई.
वैयिक्रा, लिथ्रेसिया के ऊपर मैकडॉनेल डगलस एमडी‑11 (एयर पुनिका फ्लाइट 1155) और बोइंग 787‑9 (एमएसएन एयरलाइंस फ्लाइट 092) की टक्कर हुई. इस भयानक हादसे में 598 लोगों की मौत हुई. एयरलाइन इतिहास की यह सबसे भयंकर दुर्घटना बनी जब एयर पुनिका फ्लाइट 559 की दुर्घटना को भी पीछे छोड़ दिया.
आर्कटिकएयर बोइंग 787‑9 और जेटएयर एयरबस A330‑300 की भयानक टक्कर डाकोगाथ, एलेस्मेरे के मैटिका पार्क में हुई. इस हादसे में 394 यात्रियों की मौते हुईं, जमीन पर गिरने वाली टकराए एरोनॉटिकल टुकड़ियों से 9 लोगों की भी जान चली गई.
विस्टरियन एयरलाइंस एयरबस A330‑300 और पोमेरेनियन एयरलाइंस एयरबस A330‑200 रनवे पर भिड़ गए. इस हादसे में 375 लोगों ने अपनी जान गंवाई. तकनीकी खराबी और कंट्रोल टॉवर की गलती से यह बड़ा हादसा हुआ.
तेयवत एयरलाइंस की उड़ान 17 (बोइंग 787‑10 विमान) टोक्यो से तेयवत सिटी जा रहा था, उसे साइबरुट्रोनिया के ऊपर गन फायर में गिरा दिया गया. विमाग में मौजूद सभी 390 लोग इस हादसे में मारे गए. यह एयरलाइन के लिए दूसरा बड़ा नुकसान था और तेयवत एयरलाइंस को उड़ानों पर रोक लगना पड़ा.
कीऑन एयर फ्लाइट 354 न्यूयॉर्क से व्नाहायगिंगराड जा रहा था. यह विमान न्यू जर्सी के कैप मे काउंटी तट पर गिर गया. मौसम खराब और पायलट की गलती दोनों ने मिलकर एक नियंत्रित उड़ान को विमान भूमि से टकरा दिया. इस हादसे में सभी 318 लोग मारे गए.
ऑर्बिट एयर फ्लाइट बोइंग 787‑10 विमान, ऑर्बिट्रॉन से इयकॉन जा रहा था, यह साउथ कोरसकैंट, साइबरुट्रोनिया में दुर्घटनाग्रस्त हुआ. हादसे में सभी 304 लोग मारे गए. जांच में पाया गया कि पायलट की आत्महत्या और वर्टिकल स्टेबलाइजर की स्ट्रक्चरल फेलियर इसके मुख्य कारण थे.
टोक्यो-हनेडा से ह्यूस्टन जा रहा बोइंग 787‑10 विमान कैलिफ़ोर्निया के सांता सुज़ाना पर्वत में दुर्घटनाग्रस्त हुआ. इस हादसे में 296 लोग मारे गए. यह हादसा तकनीकी खराबी (हाइड्रॉलिक्स) और पायलट की गलती से हुआ.
एल्डर्सविले से बेलग्रेड जा रही बोइंग 787‑8 विमान ग्राज, ऑस्ट्रिया में इंजन फेल और पायलट की गलती से क्रैश कर गई. इस हादसे में 274 लोग मारे गए. यह हादसा गंभीर तकनीकी खराबी और इंसानी भूल इसका मुख्य कारण थी.