Bollywood Movie 9 Songs Record: हिंदी सिनेमा में गानों का चलन पुराना है. बॉलीवुड में ऐसी फिल्में कम ही बनी हैं जिनमें सिर्फ एक-दो गाने हैं, लेकिन ऐसी कई फिल्में में हैं, जिन्होंने ज्यादा से ज्यादा गाने होने का रिकॉर्ड बनाया है. ऐसी कई फिल्मों के बारे में हम आपको बता भी चुके हैं और आज जिस फिल्म के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि उनके नाम भी 9 गानों का रिकॉर्ड है. हालांकि, फिल्म के कुछ गाने सुपरहिट रहे और आज भी लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं. आज भी फैंस उनको सुनना पसंद करते हैं.
बॉलीवुड फिल्मों में गाने हमेशा से एक खास पहचान रहे हैं. गाने किसी भी फिल्म की कहानी को गहराई देने का काम करते हैं और दर्शकों के दिलों को छूते हैं. हिंदी सिनेमा की ज्यादाकर फिल्मों में गानों की भरमार होती है, क्योंकि दर्शक म्यूजिक को बेहद पसंद करते हैं. कुछ फिल्में तो ऐसी भी बनी हैं, जिनमें गाने कम होते हैं, लेकिन कई फिल्में अपने ज्यादा गानों की वजह से भी याद रखी जाती हैं. आज हम एक ऐसी ही फिल्म की बात कर रहे हैं, जिसके गाने आज भी लोगों के दिलों में बसे हैं.
हम यहां साल 1971 में आई बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'आनंद' की बात कर रहे हैं, जिसको लोग आज भी बड़े प्यार से देखते और याद करते हैं. इस फिल्म में कुल 9 गाने थे, जिनका म्यूजिक सलिल चौधरी ने दिया था. गाने गुलजार और योगेश ने लिखे थे और इन गानों को आवाज दी थी लता मंगेशकर, मुकेश और मन्ना डे जैसे बड़े सिंगर्स ने. 'कहीं दूर जब दिन ढल जाए', 'जिंदगी कैसी है पहेली', 'मैंने तेरे लिए' और 'ना जिया लागे ना' जैसे गाने फिल्म की कहानी से गहराई से जुड़े हुए हैं और आज भी पंसद किए जाते हैं.
इन गानों में सबसे ज्यादा जो गाने लोगों के दिलों को छूते हैं, वो हैं 'कहीं दूर जब दिन ढल जाए' और 'जिंदगी कैसी है पहेली'. मुकेश की आवाज वाला टकहीं दूर...' गाना अकेलेपन और जीवन की सच्चाई को बहुत सुंदरता से दिखाता है. वहीं मन्ना डे की दमदार आवाजा में गाया गया 'जिंदगी कैसी है पहेली' आनंद के जीवन को देखने के नजरिए को सामने लाता है. 'मैंने तेरे लिए' आज भी एक रोमांटिक अहसास दिलाता है और लोगों को इमोशनल कर देता है. इन गानों को आज भी यूट्यूब, म्यूजिक ऐप्स पर खूब सुना जाता है.
वहीं, अगर इस फिल्म के बारे में बात करें तो इसका निर्देशन मशहूर डायरेक्टर ऋषिकेश मुखर्जी ने किया था. इसमें राजेश खन्ना ने आनंद का किरदार निभाया था और अमिताभ बच्चन ने डॉ. भास्कर की भूमिका निभाई थी. इनके साथ सुमिता सान्याल, रमेश देव और सीमा देव जैसे कलाकार भी थे. फिल्म की कहानी एक ऐसे नौजवान की है, जिसे कैंसर होता है, लेकिन वो आखिरी वक्त को भी मुस्कराते हुए बिताता है. वो न सिर्फ खुद खुश रहता है, बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी खुश रखने की कोशिश करता है.
अब बात करते हैं ‘आनंद’ के बजट और कमाई की. इसका बजट करीब 1 करोड़ रुपये बताया जाता है, जो उस समय बहुत बड़ी रकम मानी जाती थी और इस फिल्म ने लगभग 81 करोड़ रुपये की कमाई की और साल 1971 की सबसे बड़ी हिट बन गई. ये फिल्म राजेश खन्ना की लगातार 17 हिट फिल्मों में से एक थी. इस फिल्म को फिल्मफेयर अवॉर्ड में बेस्ट फिल्म, बेस्ट एक्टर समेत कई पुरस्कार मिले. आज भी इसकी कहानी और गाने लोगों को इमोशनल कर देते हैं और इसे हिंदी सिनेमा की क्लासिक फिल्मों में गिना जाता है.