Netflix Trending Docu-Series: ओटीटी प्लेटफॉर्म की जब भी बात आती है, तो सबसे ऊपर नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो और जियोहॉटस्टार का नाम आता है. ऐसे में ये तमाम ओटीटी प्लेटफॉर्म इस बात तो ध्यान में रखते हुए कुछ नया और यूनिक कंटेंट लेकर आते हैं, जो ओटीटी लवर्स को काफी पसंद भी आता है. जैसे नेटफ्लिक्स अक्सर ऐसी डॉक्यू-सीरीज लेकर आता है, जिनकी कहानी असली होती है. इन सीरीज में असली फोटोज, ऑडियो, वीडियो और वॉइस टैप्स का इस्तेमाल किया जाता है, ताकी दर्शक समझ सके उस घटना के वक्त असम में क्या हुआ था. आज हम आपको ऐसे ही एक हैवानिय भरी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं.
हर हफ्ते नेटफ्लिक्स पर कुछ नई डॉक्यू-सीरीज आती हैं, जो सच्ची घटनाओं पर आधारित होती हैं. इनमें दिखाई गई कहानियां इतनी हैरान कर देने वाली होती हैं कि देखने वालों की रूह कांप जाती है. हाल ही में एक नई डॉक्यू-सीरीज रिलीज हुई है, जिसकी सच्ची कहानी सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए. यह घटना इतनी बड़ी थी कि जब सामने आई तो पूरी दुनिया को अंदर तक हिला कर रख दिया. इस सीरीज में उस सच्ची घटना के बारे में दिखाया गया है कि जब एक घर से एक के बाद एक 33 कंकाल निकले थे.
हम यहां साल 2022 में आई 3 एपिसोड वाली सच्ची खौफनाक कहानी लेकर आई सीरीज 'कन्वर्सेशन विद ए किलर: द जॉन वेन गेसी टेप्स' के बारे में बात कर रहे हैं, जो नेटफ्लिक्स की ओरिजनल डॉक्यू-सीरीज है. ये अमेरिका के सबसे खतरनाक सीरियल किलर जॉन वेन गेसी की कहानी पर आधारित है. गेसी ने 1972 से 1978 के बीच 33 से ज्यादा लड़कों और युवाओं की बेरहमी से हत्या की थी. ये सब हत्याएं उसने शिकागो में की थीं. इस सीरीज में उन ऑडियो टेप्स का इस्तेमाल हुआ है, जो पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के वक्त रिकॉर्ड की थीं.
साथ ही, सीरीज में पीड़ितों, गवाहों और जांच से जुड़े लोगों की बातों को भी दिखाया गया है. जॉन वेन गेसी दिखने में एक आम आदमी था. वो एक कंस्ट्रक्शन कंपनी चलाता था, लोकल राजनीति में भी जुड़ा था और बच्चों के लिए क्लाउन बनता था. लेकिन उसी के पीछे छिपा था एक भयानक चेहरा. गेसी अपने भोलेपन और मिलनसार बिहेव से लोगों को फांसता था. इस डॉक्यू-सीरीज में सिर्फ उसके अपराध ही नहीं, बल्कि उस दौर के सोशल माहौल की झलक भी मिलती है जैसे समलैंगिकता को लेकर समाज की सोच और पुलिस की लापरवाही बहुत थी.
पुलिस की लापरवाही की वजह से वो सालों तक आदाजी की जिंदगी जीता रहा और युवाओं को मौत के घाट उतारता रहा. इस सीरीज के निर्देशक जो बर्लिंगर हैं, जो पहले भी टेड बंडी पर इसी तरह की एक डॉक्यू-सीरीज बना चुके हैं. बर्लिंगर ने इसमें सनसनी से ज्यादा सच और फैक्ट्स पर जोर दिया है. उन्होंने गेसी की असली आवाज की रिकॉर्डिंग्स और केस से जुड़े सबूतों के जरिए ये दिखाया कि कैसे समाज की खामियों ने गेसी जैसे अपराधी को छिपने का मौका दिया. प्रोडक्शन में असली न्यूज फुटेज, पुलिस की जांच की रीक्रिएशन और विशेषज्ञों की राय भी शामिल है.
इस सीरीज में 3 एपिसोड हैं, जो 1-1 घंटे के हैं. पहले एपिसोड में गेसी की गिरफ्तारी और उसकी पुरानी जिंदगी की कहानी है. दूसरे एपिसोड में वो कैसे पकड़ा गया और क्या-क्या सामने आया, ये दिखाया गया है. तीसरा एपिसोड उसकी मेंटल स्टेज और पुलिस की कोशिशों को लेकर है. ये सीरीज नेटफ्लिक्स पर 20 अप्रैल, 2022 को आई थी और इसको हिंदी में भी देखा जा सकता है. IMDb पर इसे 7.1 की रेटिंग और Rotten Tomatoes पर 83% की अप्रूवल मिली है. हालांकि, कुछ लोगों ने इसके कंटेंट को बहुत डिस्टर्बिंग माना है.