भारत में मानसून आते ही देश के कई हिस्सों में लोग चैन की सांस लेते हैं, लेकिन दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में को एक अलग ही तरह का माहौल देखने को मिलता है. इससे निपटने के लिए हम में से कई लोग अपने 'प्यार' और 'भरोसेमंद' AC का सहारा लेते हैं. हालांकि, इस मौसम में AC का इस्तेमाल कितना सही है?
मानसून के मौसम में असली समस्या गर्मी नहीं, बल्कि नमी बन जाती है. ऐसे में कमरे से उस नमी को हटाने के लिए आपके AC को पहले से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. अगर आप इसे सामान्य 'कूल मोड' पर चलाते हैं तो यह ठीक ढंग से काम नहीं कर पाता. इसलिए इसके बजाय अपने AC को 'ड्राई मोड' पर रखें, जो इस मौसम के लिए एकदम सही है. यह कमरे को ज्यादा ठंडा किए बिना नमी को नियंत्रित करता है. इतना ही नहीं, इससे आपका बिजली का बिल भी कम आएगा.
हवा में मौजूद नमी यह आपके AC के फिल्टर्स और डक्ट्स में जमना शुरू कर देती है. अगर आप लंबे समय तक AC की सफाई नहीं करते हैं तो इसमें से बदबू आ सकती है या इससे छींकें और खांसी शुरू होने की समस्या भी पैदा हो सकती है. इसलिए हर दो हफ्ते में फिल्टर्स को साफ करें. 5 मिनट का यह काम सेहत में बड़ा बदलाव ला सकता है.
मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में मानसून के समय अक्सर बिजली कटौती और वोल्टेज कम होने की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, AC पर इसका बुरा असर देखने को मिलता है. ऐसे में अगर आपका AC को स्टेबलाइजर या सर्ज प्रोटेक्टर से सुरक्षित नहीं है तो वोल्टेज में होने वाले उतार-चढ़ाव AC के गंभीर रुप से नुकसानदायक साबिक हो सकता है. इसलिए AC के साथ स्टेबलाइजर पर थोड़ा एक्स्ट्रा खर्च किया जा सकता है.
अगर आपके AC की आउटडोर यूनिट खुले में है तो बारिश की वजह से इसे काफी नुकसान पहुंच सकता है. ठहरा पानी, जंग, या बंद नालियां इसकी परफॉर्मेंस को खराब कर सकती हैं. इससे बचने के लिए जरूरी है कि यूनिट को अच्छी तरह ढकी हुई जगह पर रखा जाए जहां पानी अच्छे से निकल पाए. अगर ऐसी कोई जगह नहीं मिल पाती है तो हर बारिश के बाद इसे तुरंत चेक करें.
बाहर पहले से ही नमी और हल्की ठंडक होती है, वहीं, AC को 18°C पर सेट करना शुरुआत में बेशक अच्छा लग सकता है, लेकिन यह एक गलत फैसला साबित हो सकता है. मानसून में ज्यादा ठंडा करने से कई लोगों को नाक बंद होना, गले में खराश, या शरीर में दर्द जैसी समस्याएं हो जाती हैं. 24–26°C पर AC रखें और अगर जरूरत हो तो हवा को कमरे में चारों ओर फैलाने के लिए पंखा भी चलाएं.