Extinct Animals: धरती से बहुत सारे जीव-जंतु या जानवर कई लाख तो कुछ हजार साल पहले विलुप्त हो चुके हैं. बढ़ते समय के साथ तेजी से आगे बढ़ता विज्ञान अब इन विलुप्त हो चुके जानवरों को वापस लाने की योजना बना रहा है. आइए जानते हैं वैज्ञानिकों के इस डी-एक्सटिंक्शन के बारे में और किन जानवरों को वापस लाने की तैयारी है.
वैज्ञानिक विलुप्त हो चुकी प्रजातियों को वापस लाने के बेहद करीब पहुंच चुके हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार इन लुप्त हो चुकी प्रजातियों को वापस लाने की प्रक्रिया डीएनए नमूनों से शुरू होती है. आइए जानते हैं कि इस लिस्ट में कौन-कौन से जानवर शामिल हैं.
इस जानवर को पुनर्जीवित करने के लिए कोलोसल बायोसाइंसेज और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इस जानवर को वापस लाने के लिए डी-एक्सटिंक्शन प्रोग्राम के तहत 15 मिलियन डॉलर की परियोजना पर काम चल रहा है.
यह जानवर 1930 के दशक में विलुप्त हुआ था. धारीदार मांसाहारी मार्सुपियल को आधिकारिक तौर पर थायलासीन के रूप में जाना जाता है. ये जानवर ऑस्ट्रेलियाई जंगलों और झाड़ियों में घूमता था.
एक बड़ा ना उड़ सकने वाला यह पक्षी मॉरीशस में पाया जाता था. 17वीं सदी में डोडो पक्षी विलुप्त हो गए थे. इन्हें भी वापस लाने की तैयारी में वैज्ञानिक जुटे हैं.
यह भी विलुप्त पक्षी की एक प्रजाति है जो 1914 में विलुप्त हो चुकी थी. ऐसा माना जाता है कि पैसेंजर पीजन की संख्या कभी लाखों में हुआ करती थी.
यह जानवर जेबरा की एक विलुप्त उप-प्रजाति है. यह दक्षिण अफ्रीका में पाए जाते थे और इनकी पीठ पर एक आम जेबरा से कुछ कम धारियां होती थी.