Boeing Plane: अहमदाबाद के भीषण विमान हादसे के बाद हवाई सफर की सेफ्टी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया का बोइंग विमान AI-171 अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे से उड़ान भरता है और महज 5 मिनट बाद ही क्रैश होकर आग का गोला बन जाता है.
Air India Plane Crash: अहमदाबाद के भीषण विमान हादसे के बाद हवाई सफर की सेफ्टी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया का बोइंग विमान AI-171 अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे से उड़ान भरता है और महज 5 मिनट बाद ही क्रैश होकर आग का गोला बन जाता है. इस हादसे के बाद से बोइंग विमान एक बार फिर से सवालों के घेरे में हैं. अहमदाबाद हादसे के बाद से कई खबरें आई, जिसमें कभी विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी तो कई तकनीकी खामियों की वजह से फ्लाइट कैंसिल करना पड़ा.
दुनियाभर में कई विमान हादसे हुए, लेकिन हैरानी की बात ये है कि बीते एक दशक में जितने भी हादसे हुए उनमें से करीब आधे हादसे बोइंग एयरक्राफ्ट में हुए. अगर सिर्फ भारत की ही बात करें तो बीते एक दशक में दो बड़े हादसे हुए और दोनों ही विमान बोइंग के थे. अब सवाल ये कि जो एयरक्राफ्ट कभी सबसे भरोसेमंद हुआ करता था, अब वो क्यों सवालों से घिरा है ? क्यों बोइंग एयरक्राफ्ट की सुरक्षा सवालों में है ?
161.36 अरब डॉलर की नेटवर्थ वाली बोइंग कंपनी हादसों के लिए बदनाम हो गई. अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक बोइंग के 108 साल के इतिहास में 6000 से ज्यादा प्लेन क्रैश हुए हैं. इन हादसों में 9000 से ज्यादा लोगों की जान चली गई. बोइंग विमानों के 450 से ज्यादा हादसे ऐसे हैं, जिनमें 2 से लेकर 583 लोगों की मौत हुई. बोइंग विमानों की सेफ्टी और तकनीकी खामियां पहले भी सूर्खियां बन चुकी है. कभी एयरलाइन की बैटरी की खामी सामने आई तो कभी हवा में विमान का दरवाजा टूट गया.
साल 2013 में बोइंग के ड्रीमलाइनर की बैटरी की समस्या आई. बोइंग के लिथियम ऑयन बैट्री हीट होने से जापान के दो विमानों में आग लग गई. जिसके बाद बोइंग के ड्रीमलाइनर को तीन महीने के लिए उड़ान भरने से रोक दिया गया. साल 2013 में ही लंदन में रनवे पर खड़े विमान में आग लग गई, वजह शार्ट सर्किट बताया गया. साल 2021 में जांच के दौरान ड्रीमलाइन के 100 से ज्यादा विमानों के इलेक्ट्रिक सिस्टम में गड़बड़ी पाई गई, जिसके बाद उन्हें ग्राउंडेड कर दिया गया.
साल 2024 में सिडनी से ऑकलैंड जाने वाले बोइंग विमान बीच आसमान में हिलने लगा. उसी साल सैन फ्रांसिस जाने वाले विमान का विंडस्क्रीन बीच हवा में क्रैक कर गया. साल 2024 में अलास्का एयरलाइंस की उड़ान के दौरान ही बोइंग विमान का एक दरवाजा टूट गया था. इस हादसे के बाद बोइंग को 160 मिलियन डॉलर का मुआवजा देना पड़ा था. इतना ही नहीं बोइंग विमानों को लेकर कभी आग की चेतावनी तो कभी विंडस्क्रीन में दरारें, और कभी लैंडिंग गियर फंसने जैसी कई शिकायतें दर्ज की गई.
बोइंग विमानों की सुरक्षा पर कई बार सवाल उठे, लेकिन जिसने भी खामियां बाहर लाने की कोशिश की, उसकी मौत हो गई. बोइंग के एक इंजीनियर जॉशुआ डीन ने 737 मैक्स विमान के मैन्युफैक्चरिंग खामी की बात कही तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया. साल 2024 में अस्पताल में उसकी मौत हो गई. साल 2019 में बोइंग के क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर डॉन बर्नेट ने भी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर पर सवाल उठाया और कंपनी पर केस कर दिया, लेकिन साल 2024 में उनकी भी मौत हो गई. बोइंग के सिर्फ पैसेंजर फ्लाइटों में ही नहीं बल्कि मिलिट्री एयरक्राफ्ट में भी खामियां पाई गई. कई बार सवाल उठे, लेकिन फिर भी कंपनी को आर्डर पर आर्डर मिलते रहे हैं.
अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान मॉडल पहली बार हादसे की शिकार हुई थी, लेकिन बोइंग के अन्य विमानों के साथ 6000 से अधिक हादसे हो चुके हैं. अलग-अलग हादसों में 9000 से अधिक लोगों की जान चली गई. इंटरनेशनल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन यानी ICAO के डेटा के मुताबिक साल 2013 से लेकर 2024 के बीच दुनियाभर में करीब 56 विमान हादसे हुए जिसमें से 19 हादसों में बोइंग के विमान थे. सिर्फ भारत की बात करें तो बीते 10 सालों में दो बड़े विमान हादसे हुए और दोनों में ही बोइंग के विमान शामिल थे. अगस्त 2020 में कोझिकोड़ में एयर इंडिया का बोइंग 737-8HG विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और साल 2025 में अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइन.
बोइंग के एयरक्राफ्ट पर भले ही सवाल उठते रहे हो, लेकिन कंपनी को मिलने वाले आर्डर में कभी कोई कमी नहीं आई. साल 2025 तो कंपनी के लिए सबसे अच्छा रहा है. इस साल कंपनी के पास 512 बोइंग विमानों के आर्डर मिले हैं, जो उसकी प्रतिद्वंदी कंपनी एयरबस की तुलना में दोगुनी है. अगर सिर्फ भारत में देखें तो एयर इंडिया के पास बोइंग के 132 एयरक्राफ्ट हैं, इंडिगो के पास 7, अकासा के पास 30 और स्पाइस जेट के पास 29 बोइंग विमान है. बोइंग अमेरिकी एविएशन कंपनी है. साल 1916 में स्थापित बोइंग दुनिया की प्रमुख वाणिज्यिक विमान निर्माता कंपनी है. कंपनी के विमान 150 से अधिक देशों में उड़ान भरते हैं.