Bone Cancer Early Warning Signs: कैंसर जब हड्डियों को अफेक्ट करता है, तो इसे बोन कैंसर कहा जाता है. ये एक सीरियस लेकिन रेडर डिजी है, जो शरीर की किसी भी हड्डी में हो सकती है, खासकर लंबी हड्डियों जैसे हाथ, पैर, या रीढ़ की हड्डी में. बोन कैंसर अगर शुरुआती स्टेज में पकड़ में आ जाए, तो इसका इलाज सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन के जरिये मुमकिन है. लेकिन परेशानी ये है कि इसकी अर्ली वॉर्निंग साइन को अक्सर मामूली दर्द या थकान समझ लिए जाते हैं. आइए समझने की कोशिश करते हैं कि बोन कैंसर के 5 शुरुआती लक्षण कौन-कौन से हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है.
अगर किसी एक हड्डी में लंबे समय तक दर्द बना रहता है, और वो दर्द धीरे-धीरे तेज होता जा रहा है, तो ये एक वॉर्निंग साइन हो सकता है. खासतौर पर अगर दर्द रात को ज्यादा महसूस हो और आराम करने से भी न घटे, तो यह कैंसर की शुरुआत हो सकती है.
कैंसर वाली हड्डी के आस-पास सूजन आ सकती है. कभी-कभी वहां हल्की सी गांठ या उभार भी महसूस हो सकता है, जो धीरे-धीरे बड़ा होता जाता है. अगर ये सूजन बिना चोट के हो रही है, तो डॉक्टर से तुरंत जांच करवाना चाहिए.
कैंसर से हड्डियों की मजबूती कमजोर हो जाती है. इसलिए हल्की चोट या गिरावट में भी हड्डी टूट सकती है. अगर ऐसा बार-बार हो रहा है, तो ये नॉर्मल नहीं है और बोन डेंसिटी या कैंसर से जुड़ा हो सकता है.
कैंसर शरीर की एनर्जी तेजी से खत्म करता है. मरीज को हर वक्त थकान महसूस होती है और भूख कम लगने लगती है. इसके चलते शरीर का वजन बिना किसी कोशिश के गिरने लगता है. ये लक्षण कई तरह के कैंसर के संकेत हो सकते हैं, जिनमें बोन कैंसर भी शामिल है.
अगर कैंसर रीढ़ की हड्डी या पैरों की हड्डियों में फैल रहा है, तो चलने-फिरने में परेशानी, झनझनाहट या कमजोरी महसूस हो सकती है. ये न्यूरोलॉजिकल साइन हो सकते हैं, जिन्हें गंभीरता से लेना चाहिए. Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.