मॉनसून ने भारत में दस्तक दे दी है. कई राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. हालांकि कैसा होगा जब चांद पर भी इस मॉनसून बारिश होने लग जाए. दरअसल चांद पर अभी पानी की खोज चल ही रही है, लेकिन इसी बीच AI ने कुछ ऐसी तस्वीरें बनाई हैं, जिनमें चांद पर बारिश होती दिख रही है. हालांकि यह नजारा एक बार को आम इंसान तो छोड़ो वैज्ञानिकों के लिए भी काफी चौंकाने वाला होगा.
चांद पर अगर बारिश होती है तो इसका नजारा इसलिए भी अदुभुत हो सकता है कि यहां दिन में बहुत गर्मी और रात में बहुत ठंड होती है. अगर पानी की बूंदें गिरतीं, तो हवा न होने के कारण या तो वो तुरंत बर्फ बन जाएंगी या सीधे भाप बनकर उड़ जाएंगी. ऐसे में यहां बारिश का पानी शायद ही बहता हुआ दिखाई देगा.
पृथ्वी पर हवा है इसलिए यहां थरती तक पहुंचते-पहुंचते बारिश के दौरान गिरने वाले ओले भी काफी छोटे हो जाते हैं. हालांकि चांद पर ऐसा कुछ नहीं है. इसलिए बारिश के साथ छोटे-छोटे उल्कापिंड भी सीधे चांद की जमीन पर गिर सकते थे, जिससे छोटे गड्ढे बन सकते हैं.
पृथ्वी पर बारिश के बाद इंद्रधनुष बनता है, लेकिन चांद पर हवा न होने से ऐसा नहीं हो सकता है. ऐसे में अगर यहां बारिश होती है और अगर बर्फ के क्रिस्टल बनते या पानी के कण उड़ते हैं तो सूरज की रोशनी उन पर पड़कर चमकदार नजारा बना सकती है.
लगातार बारिश और फिर पानी के जमने या उड़ने से चलते चांद की ऊपरी मिट्टी यानी रेगोलिथ कहते हैं में कुछ बदलाव आ सकते थे. इसके चलते धूल के कण आपस में चिपक सकते हैं या सतह थोड़ी अलग दिखने लग सकती है.
चांद पर हवा नहीं है, इसलिए वहां खुली आवाज सुनाई नहीं देती है. ऐसे में बारिश की बूंदें गिरतीं भी गिरेंगी तो उनकी टिप-टिप की आवाज भी यहां सुनाई नहीं देगी. यहां का माहौल एकदम शांत दिखेगा.
Note- मॉनसून में चांद पर बारिश होना और बाढ़ आने की सोचना मजेदार जरूर है, लेकिन हकीकत में चांद पर बारिश होना लगभग नामुमकिन है. यह AI की बनाई गई तस्वीरें हैं, जो पूरी तरह से काल्पनिक है.