ITR Verification 2025: अगर आप भी हर साल इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करते हैं तो आपको इससे जुड़े हर प्रोसेस के बारे में जानकारी होगी. लेकिन कुछ लोग फिर भी गलतियां कर देते हैं. आईटीआर फाइल करना आपकी टैक्सेशन प्रोसेस का एक हिस्सा है. कई लोग यह सोचते हैं कि रिटर्न अपलोड करने से ही आईटीआर का काम पूरा हो जाता है.
हकीकत यह है कि यदि आप 30 दिन के अंदर अपना आईटीआर वेरीफाई नहीं करते तो उसे अधूरा माना जाता है. इनकम टैक्स विभाग के नियमों के अनुसार समय पर वेरीफिकेशन नहीं करने पर जुर्माना, रिफंड में देरी और कानूनी परेशानी हो सकती है. आपको बता दें 1 अगस्त 2022 से 30 दिन का नियम लागू हुआ है. पहले आईटीआर वेरिफिकेशन के लिए 120 दिन का समय मिलता था. लेकिन अब इसे घटा दिया गया है.
आईटीआर वेरिफिकेशन के बेहद जरूरी कदम को नजरअंदाज करने से आपकी सारी मेहनत को बेकार हो सकती है. अगर आप ITR वेरीफाई नहीं करते तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से इसे फाइल्ड नहीं माना जाता. ऐसे में सेक्शन 234F के तहत 5,000 रुपये तक का लेट फाइलिंग चार्ज, बकाया टैक्स पर 1% मंथली ब्याज और रिफंड तक रुक सकता है. आइए जानते हैं आईटीआर को वेरिफाई करने के 7 आसान तरीके-
पहले नंबर पर वेरिफिकेशन आप आधार वन टाइम पासवर्ड (OTP) के जरिये कर सकते हैं. आधार ओटीपी आपके Aadhaar से लिंक मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है. इसे इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल पर दर्ज कर आप तुरंत वेरीफिकेशन प्रोसेस पूरा कर सकते हैं.
बैंक अकाउंट से EVC यानी इलेक्ट्रॉनिक वेरीफिकेशन कोड (EVC) अपने पहले से वैलिड बैंक अकाउंट से जेनरेट करें. ज्यादातर बड़े बैंक इसे इंटरनेट बैंकिंग के जरिये देते हैं. इस तरह भी आप आईटीआर वेरिफिकेशन का प्रोसेस पूरा कर सकते हैं.
आईटीआर वेरिफिकेशन का तीसरा तरीका डी-मैट अकाउंट से EVC के जरिये किया जा सता है. यदि आप एक्टिव निवेशक हैं तो डी-मैट अकाउंट से लिंक EVC जेनरेट कर सकते हैं. ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि अकाउंट ई-फाइलिंग पोर्टल पर वैलिड हो.
बैंक अकाउंट और डी-मैट अकाउंट के अलावा आप कुछ बैंक ATM नेटवर्क के जरिये EVC जेनरेट करने की सुविधा देते हैं. कोड आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आता है, जिससे रिटर्न वेरीफाई किया जा सकता है.
नेट बैंकिंग से आप अपने बैंक के नेट बैंकिंग पोर्टल के जरिये सीधे इनकम टैक्स ई-फाइलिंग साइट में लॉगइन कर सकते हैं. अलग से OTP या कोड की जरूरत नहीं. कुछ क्लिक से वेरीफिकेशन हो जाता है.
डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (DSC) के जरिये भी आप आईटीआर वेरिफिकेशन कर सकते हैं. कुछ टैक्सपेयर्स, जिनकी आमदनी 50 लाख रुपये से ज्यादा है के लिए जरूरी. है. इसके लिए DSC टोकन खरीदना और उसे इंस्टॉल करना होगा ताकि सेफ वेरीफिकेशन हो सके.
फिजिकल वेरीफिकेशन के लिए ITR-V फॉर्म डाउनलोड करें, नीले पेन से इसे साइन करें और और इसे स्पीड पोस्ट से बेंगलुरु CPC को भेजें. यह 30 दिन के अंदर पहुंचना जरूरी है. इसे प्रोसेसिंग में दो से तीन हफ्ते लग सकते हैं और आप इसे पोर्टल पर ‘व्यू रिटर्न्स/फॉर्म्स’ में ट्रैक कर सकते हैं.