गर्मियों के मौसम में बहुत से लोग पहाड़ों की गोद में कुछ सुकून के पल बिताना चाहते हैं. बहुत से लोग भीड़-भाड़ से दूर किसी ऐसी जगह जाना चाहते हैं जहां सिर्फ हरियाली, ठंडी हवा और बादलों की ओर में सूरज की किरणें उनका स्वागत करें. आज हम आपको ऐसे ही एक हिल स्टेशन के बारे में बताएंगे जहां के नजारे बेहद ही मनमोहक और हसीन हैं.
गर्मियों के मौसम में बहुत से लोग अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताने के लिए ठंडी जगहों की तलाश में रहते हैं. कई लोग घूमने के लिए हिमाचल और उत्तराखंड की पहाड़ियों में जाते हैं पर वहां की भीड़-भाड़ में उनका मूड खराब हो जाता है. आज हम आपको पश्चिम बंगाल के एक ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जहां की खूबसूरती, शांत वातावरण और दिल छू लेने वाले नजरों की वजह से ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं लगती है.
दार्जिलिंग से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुर्सियांग हिल स्टेशन समुद्र तल से करीब 4800 फीट की ऊंचाई पर बसा हुआ है. ये शहर बादलों के बीच छिपे पहाड़ियों और चाय के बागानों की वजह से बेहद मशहूर है. यहां के हवाओं में चाय की खुशबू और एक अलग ही ठंडक घुली रहती है. कुर्सियांग का मतलब होता है सफेद आर्किड का शहर.
गर्मियों के मौसम में कुर्सियांग में घूमने के लिए सबसे बेस्ट जगह है ईगल्स क्रैग. यहां से आपको चारों तरफ फैले पहाड़, गहराई में बसे गांव और दूर तक फैले चाय बागानों का नजारा देखने को मिल जाएगा. सनराइज और सनसेट के वक्त यहां की खूबसूरती देखने लायक होती है. अगर मौसम बेहद ज्यादा साफ हो तो यहां से कंचनजंगा की बर्फीली चोटियां भी नजर आ सकती हैं.
दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे की टॉय ट्रेन कुर्सियांग होकर ही गुजरती है. इस टॉय ट्रेन की सवारी करना एक बेहद यादगार अनुभव भी हो सकता है. धीमी रफ्तार से चलती हुई ये ट्रेन पहाड़ियों, घाटी और बागानों के बीच से गुजरती है, जहां के नजारे देख आपको अपनी आंखों पर विश्वास नहीं होगा. छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए यह सफर बेहद रोमांचक हो सकता है.
कुर्सियांग पहुंच कर लगभग हर टूरिस्ट यहां की चाय बागानों में भी टहलने के लिए जाते हैं. चारों ओर हरियाली, ठंडी हवा और चाय की खुशबू लोगों की थकान को पल भर में ही दूर कर देती है. टूरिस्ट यहां लोकल गाइड की मदद से चाय प्लांटेशन टूर भी कर सकते हैं और ताजी बनी चाय का भी लुफ्त उठा सकते हैं.
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