मुगल सम्राट शाहजहां ने ताजमहल का निर्माण अपनी बेगम मुमताज महल की याद में सन् 1632 में करवाया था. यह उत्तर पद्रेश के आगरा शहर में यमुना नहीं के दक्षिण तट पर स्थित है.
यह सफेद संगमरमर से बनी एक खूबसूरत इमारत है जिसे प्यार की निशानी के तौर पर जाना जाता है, इसकी खूबसूरती देखने देश विदेश से लाखों पर्यटक आगरा आते हैं. लेकिन इसके बारे में कहा जाता है कि इसका तहखाना हमेशा बंद रखा जाता है.
यह कमरे ताजमहल की संरचना को सुरक्षित रखने के लिए बंद रखे जाते हैं, क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड ताजमहल के मार्बल को नुकसान पहुंचा सकती है. जानकारी के अनुसान कार्बन डाइऑक्साइड कैल्शिम में बदलकर दीवारों को कमजोर करने का काम करती है.
भारतीय पुरातत्व विभाग समय समय पर सफाई और मरम्मत के लिए इन कमरों को खोलता है और इनकी देखभाल करता है, लेकिन आम जनता के लिए ये कमरे बंद ही रखे जाते हैं. दो सीढ़ियां भी इन कमरों तक जाती हैं लेकिन कहा जाता है कि ये शाहजहां के समय से ही बंद है.
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