Smartphone Buying Tips: आए दिन नए-नए स्मार्टफोन्स लॉन्च होते रहते हैं. अगर नया स्मार्टफोन खरीदने जाएं तो मार्केट में ढेर सारे ऑप्शंस उपलब्ध होते हैं और लोग अक्सर सिर्फ उनके फीचर्स जैसे कैमरा, प्रोसेसर या डिस्प्ले आदि पर ही ध्यान देते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि 90% लोग कुछ ऐसी जरूरी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं, जो बाद में परेशानी का सबब बन सकती हैं. सिर्फ फीचर्स ही नहीं, एक अच्छा स्मार्टफोन खरीदने के लिए कुछ अन्य बातों पर भी गौर करना चाहिए. आइए आपको इनके बारे में बताते हैं.
आप Android फोन चाहते हैं या iOS, यह सबकी अपनी पसंद हो सकती है. एंड्रॉयड फोन में ज्यादा कस्टमाइजेशन मिलते हैं और ज्यादा आसान माना जाता है. वहीं, iOS को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. एंड्रॉयड फोन आपको सस्ते से लेकर महंगे तक, हर रेंज में मिल जाएंगे. वहीं, iOS थोड़े महंगे ही होते हैं.
यह जरूर देखें कि कंपनी अपने स्मार्टफोन को कितने समय तक सॉफ्टवेयर अपडेट्स (जैसे Android या iOS के नए वर्जन) देगी. पुराने फोन को अपडेट न मिलने से सुरक्षा जोखिम बढ़ जाते हैं और नए फीचर्स नहीं मिल पाते. एक समय के बाद पुराने फोन आउटडेटेड हो जाते हैं. आमतौर पर कंपनियां सात साल तक अपडेट्स देती हैं.
ब्लॉटवेयर ऐप्स वे ऐप्स होती हैं जो फोन में प्री-इंस्टॉल यानी पहले से इंस्टॉल होती हैं. इनमें गेम्स और अन्य तरह की ऐप्स शामिल हो सकती हैं. यह आपके फोन की परफॉर्मेंस और स्टोरेज को प्रभावित कर सकती हैं. देखें कि फोन में कितनी ब्लॉटवेयर ऐप्स हैं. कुछ ब्लॉटवेयर ऐप्स को डिलीट किया जा सकता है. लेकिन, कुछ ऐप्स को हटाना मुश्किल हो सकता है. अगर आपको किसी ऐप अनइंस्टॉल करने का ऑप्शन नहीं मिल रहा है, तो आप उसे डिसेबल कर सकते हैं, जिससे वह बैकग्राउंड में रन नहीं होगा और आपकी स्टोरेज और परफॉर्मेंस पर असर नहीं डालेगा.
बैटरी के मामले में सिर्फ ज्यादा mAh पर ध्यान न दें. आमतौर पर लोग ऐसी ही करते हैं. ज्यादा mAh होने का मतलब यह नहीं होता है कि बैटरी बैकअप भी ज्यादा हो. सिर्फ mAh से बैटरी बैकअप का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. फोन की बैटरी स बात पर भी निर्भर करती है कि उसका प्रोसेसर कितना एनर्जी एफिशिंयट है. साथ ही ग्राफिक्स, बैटरी का डिस्चार्ज रेट आदि चीजें भी मायने रखती हैं. फोन खरीदने से पहले रिव्यूज पढ़ें कि फोन की बैटरी कितने घंटे चलती है.
यह भी देखें कि अगर आपके फोन में कोई दिक्कत आती है, तो क्या कंपनी की सर्विस और सपोर्ट आसानी से उपलब्ध है? क्या आपके शहर में सर्विस सेंटर है? और अगर नहीं है तो फोन को रिपेयर कैसे रिपेयर कराया जा सकता है. यह एक अहम बात है जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं.
टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है. 5G को आए हुए समय हो गया है और अब 6G की चर्चा होने लगी है. फोन में 5G सपोर्ट होना काफी जरूरी हो गया है. अगर ऐसा नहीं है तो हो सकता है कि भविष्य में जल्द ही आपको अपना फोन बदलना पड़ जाए.