पूरे शरीर में धमनियों के जरिए ऑक्सीजन और पोषक तत्व पूरे शरीर में पहुंचता है. बंद धमनियों की वजह से पूरी शरीर पर इसका असर पड़ता है. धमनियों में ब्लॉकेज होने पर हार्ट स्ट्रोक और अटैक का खतरा अधिक हो जाता है. नसों में ब्लॉकेज होने पर कुछ लक्षण नजर आते हैं. पैरों में दिखने वाले इन लक्षणों की पहचान कर नसों को ब्लॉकेज से रोका जा सकता है.
चलने के दौरान पैर में दर्द होना या ऐंठन होना भी नसों में ब्लॉकेज का लक्षण हो सकता है. अगर रोजाना आपको चलने के दौरान पैर में दर्द या ऐंठन की समस्या होती है तो यह नसों में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है.
नसों में ब्लॉकेज होने पर ऑक्सीजन की सप्लाई में दिक्कत आती है. ऑक्सीजन की कमी से पैरों में सून्नपन महसूस हो सकता है. लगातार पैरों में सुन्नपन महसूस होना नसों में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है.
सुबह उठने पर पैरों का ठंडा होना भी नसों में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है. सुबह उठते ही अगर आपको अपने पैर यानी तलवे ठंडे लगते हैं तो इसे नजरअंदाज ना करें. क्योंकि यह बंद नसों का कारण हो सकता है.
पैरों की उंगलियों में घाव हो जाना, घाव की शुरुआत स्किन पर लाल रंग से होना भी लंबे समय तक घाव का ठीक ना होना नसों में ब्लॉकेज का संकेत दे सकता है. इस नजरअंदाज ना करें तुरतं डॉक्टर के पास जाएं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत या स्किन से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.