महाराष्ट्र के सह्याद्रि पहाड़ों के ऊपर बसा पंचगनी एकदम फिल्मी लोकेशन जैसा लगता है. टेबल लैंड पर टहलना हो या सिडनी पॉइंट से बदलते मौसम को देखना, हर पल यादगार बनता है. बारिश में यहां की सड़कों पर धीरे-धीरे चलने का मज़ा ही कुछ और है. ज़ोस्टल पंचगनी के वादी-व्यू डॉर्म्स और कॉटेजेस आपके ठहरने को और भी सुकूनभरा बना देते हैं.
उत्तर-पूर्वी भारत का रत्न मेघालय अगस्त में हरियाली से भर जाता है. चाहे मावलिनॉन्ग की साफ-सुथरी गलियां हों या डबल डेकर रूट ब्रिज तक की ट्रेकिंग, हर अनुभव दिल को छू जाता है. शिलॉन्ग में बैठकर चाय पीते हुए कोहरे में खो जाना किसी कविता जैसा लगता है. ज़ोस्टल की गर्मजोशी भरी स्टे यहां हर ट्रैवलर को घर जैसा सुकून देती है.
केरल का वर्कला बारिश में और भी खूबसूरत हो जाता है. यहां की क्लिफ कैफे में बैठकर लहरों को देखना और काली रेत पर नंगे पांव चलना एक सुकूनभरा अनुभव है. ज़ोस्टल वर्कला के ओशन-व्यू रूम्स आपकी तन्हाई और ग्रुप दोनों के लिए परफेक्ट हैं. अगर आप सोलो ट्रैवलर हैं या किसी के साथ बंधना चाहते हैं, वर्कला हर दिल को जगह देता है.
कर्नाटक का कूर्ग मॉनसून में जैसे हरा ज़ामुनी स्वर्ग बन जाता है. ऐबी फॉल्स की गरजती धारा, मदिकेरी किला या बारिश में सोंधी मिट्टी की खुशबू – यहां हर चीज़ दिल को सुकून देती है. द होस्टेलर जैसी जगहें इस सुकून में और भी मिठास घोल देती हैं.
हिमाचल का बीर, खासकर बारिश में, एक अलग ही कहानी सुनाता है. टी गार्डन, तिब्बती कॉलोनी के कैफे, और पैराग्लाइडिंग का एक्सपीरियंस – यहां सब कुछ मन मोह लेता है. मैडपैकर्स बीड़ आपके सफर को यादगार और कम्फर्टेबल बनाता है, चाहे आप अकेले हों या पूरे परिवार के साथ.