Ramayan: रामानंद सागर की 'रामायण' बेशक 80 के दशक में टेलीकास्ट हुई थी, लेकिन इससे जुड़े दिलचस्प किस्से आज भी अक्सर सुनने को मिलते रहते हैं. ऐसे ही एक मजेदार किस्से पर हम आज चर्चा कर रहे हैं.
रामानंद सागर ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह एक टीवी शो की वजह से इतने लोकप्रिय हो जाएंगे कि लोग उन्हें सालों तक याद रखेंगे. 80 के दशक में रामानंद सागर ने 'रामायण' को इतनी खूबसूरती से पर्दे पर उतारा कि मानों वाकई उन्होंने हर कलाकार को घर-घर में बना दिया. इस शो को इतना पसंद किया गया है कि जब भी यह पर्दे पर पहुंचा, अपने नाम कई रिकॉर्ड्स कर लिए.
'रामायण' से लगाव उस दौर के लोगों को जरूर याद होगा. जब 'रामायण' का टेलीकास्ट होते ही लोग जूते-चप्पल उतारकर टीवी के सामने बैठ जाया करते थे. वहीं, रामानंद सागर ने अपने इस शो में हर बारीकी पर ध्यान दिया. वैसे तो शो की शूटिंग के दौरान कई ऐसे वाकये हुए जिन पर यकीन करना अक्सर मुश्किल हो जाता है. लेकिन इस सीन ऐसा था जिसे शूट करना मेकर्स के लिए भी मुश्किल बन गया.
ये वो सीन था जिसे शूट करते समय सेट पर मौजूद हर शख्स की आंखें नम थीं. यहां तक डायरेक्टर रामानंद सागर खुद भी रो पड़े थे. दरअसल, इस सीन की शूटिंग का खुलासा एक बार दिग्गज एक्टर सुनील लहरी ने किया था, जो 'रामायण' में लक्ष्मण की भूमिका निभाते हुए नजर आए थे. उन्होंने कहा था कि सेट पर पूरी कास्ट बुरी तरह रो रही थी.
दरअसल, ये सीन था राजा दशरथ के निधन का. राम के वनवास जाने के बाद राजा दशरथ अपने प्राण त्याग रहे थे. सुनील ने बताया था कि इसी सीन की शूटिंग के समय हर कोई भावुक था, सबकी आंखों से आंसू छलक आए थे. रामानंद सागर भी अपनी आंसू नहीं रोक पाए और सेट पर रोते नजर आए.
सुनील लहरी ने कहा कि इस सीन के दौरान सबसे ज्यादा उदास थीं कौशल्या, जो रियल लाइफ में भी राजा दशरथ यानी जयश्री गाडकर की पत्नी थीं. उनके लिए यह सीन किसी सदमे से कम नहीं था. इससे उबरने में उन्हें पूरा दिन लग गया. वह इसलिए भी उदास हो गई थीं क्योंकि जयश्री स्वभाव से भी बहुत हंसमुख थे और वो दिन सेट पर उनका लास्ट डे था.