B-2 Bomber: बी‑2 स्पिरिट अमेरिकी वायुशक्ति का एक अत्याधुनिक स्टील्थ बॉम्बर है, जिसे लंबे वक्त तक बिना रुके मिशन चलाने के लिए खासौतर से डिजाइन किया गया है. इस ताकतवर हथियार को ईरान के खिलाफ ऑपरेशन 'Midnight Hammer' में भी इसेमला किया गया है. इस मिशन में B‑2 ने व्हाइटमेन (मिसौरी) से उड़ान भरी थी, जो कई बार mid‑air रिफ्यूलिंग की और 37 घंटे लगातार उड़ कर निशाना साधते रहे.
यह ऑपरेशन 2001 के बाद से यह बी-2 का अब तक का दूसरा सबसे लंबा ऑपरेशन था. बी-2 स्पिरिट छठी पीढ़ी का स्टील्थ बॉम्बर है, जिसने पहली बार 1989 में उड़ान भरी थी और 1999 में कोसोवो युद्ध के दौरान पहली बार परिचालन में लाया गया था. यह उन विमानों की विरासत का अनुसरण करता है जिन्हें टोही और रणनीतिक बमबारी के लिए लंबी दूरी के मिशन उड़ाने का काम सौंपा जाता है. बी-2 अपने पूर्ववर्तियों जैसे बी-1 लांसर, बी-52 स्ट्रैटोफोर्ट्रेस, एफ-117 नाइटहॉक्स आदि से अलग है.
स्टील्थ बॉम्बर बमों से लैस एक उड़ते हुए होटल की तरह है. बी-2 स्पिरिट में बंक की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये बमों से लैस एक उड़ते हुए होटल की तरह है. इसमें माइक्रोवेव ओवन और स्नैक्स से भरा एक स्टोरेज रैक है. जहाज पर खाने की चीजों में कैंडी बार, खाना, सैंडविच, दूध और पेय पदार्थ शामिल हैं. और लंबी दूरी के मिशन के दौरान पालट के लिए शौचालय भी हैं.
बी-2 में आमतौर पर दो पायलट होते हैं जो विमान उड़ाते हैं. ऑपरेशन मिडनाइट हैमर के दौरान भी दोनों पायलटों को खाना खिलाया गया और 37 घंटे तक चलने वाले मिशन को संचालित करने के लिए सभी सुविधाएं दी गईं.
फारडो (Fordow) जैसे पहाड़ी और भूमिगत न्यूक्लियर साइट्स को नष्ट करने में B‑2 ही एकमात्र एयरक्राफ्ट है, क्योंकि यह GBU‑57 (MOP) लेकर उड़ सकता है. यह बम 13 टन का “बंकर-बस्टर” है, जो 60 मीटर से भी ज्यादा गहराई में को नष्ट कर सकता है.
2001 में 9/11 के हमलों के बाद बी-2 बमवर्षक विमानों ने अफगानिस्तान में एक मिशन के लिए 'स्पिरिट' के गृह व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से उड़ान भरी थी, जो 44 घंटे तक हवा में रहा था.
मिशन के लिए मुख्य स्ट्राइक पैकेज में सात बी-2 स्पिरिट बमवर्षक तैनात थे, जिनमें से प्रत्येक में दो चालक दल के मेंबर थे. उन्होंने मिसौरी से उड़ान भरी और पूर्व की तरफ बढ़ गए. लक्ष्य क्षेत्र में 18 घंटे की उड़ान के दौरान, विमान ने चेकपॉइंट्स पर पहले से मौजूद KC-135 या KC-46 टैंकरों के साथ उड़ान के दौरान कई बार फ्यूल भरा. स्ट्राइक पैकेज के ईरान में एंट्री करने से ठीक पहले, जिम्मेदारी के केंद्रीय कमान क्षेत्र में एक अमेरिकी पनडुब्बी ने दो दर्जन से ज्यादा टॉमहॉक लैंड अटैक क्रूज मिसाइलों को मुख्य सतही बुनियादी ढांचे के टारगेट्स के खिलाफ लॉन्च किया.
ईस्टर्न स्टैंडर्ड टाइम के मुताबिक, शाम लगभग 6.40 बजे ईरान के समय के अनुसार सुबह 2.10 बजे, लीड बी-2 ने फोर्डो में कई टारगेट्स पर पहले दो GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP) हथियार गिराए. इसके बाद बाकी बमवर्षकों ने भी अपने टारगेट्स को भेदा. कुल 14 MOP दो न्यूक्लियर टारगेट्स क्षेत्रों के खिलाफ गिराए गए. इस तरह से ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को नष्ट कर दिया. यह पहली बार था जब GBU-57 MOP का इस्तेमाल युद्ध में किया गया, यह एक भारी बंकर-बस्टर बम था जिसे केवल B-2 बमवर्षक पर ही लगाया जा सकता था.