वास्तु शास्त्र में कुछ चीजों का अचानक हाथ से गिर जाना या कांच का टूटना खास संकेत देते हैं. वास्तु शास्त्र के जानकार बताते हैं कि पूजा थाली और कांच से जुड़े इन संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
हमारे घर में कई बार ऐसी घटनाएं घटती हैं, जिन्हें हम अनजाने में हुई भूल मानकर नजरअंदाज कर देते हैं. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, पानी गिरना, पूजा की थाली हाथ से छूट जाना या शीशा टूट जाना ये घटनाएं महज एक संयोग नहीं हैं, बल्कि ये हमें भविष्य से जुड़े शुभ-अशुभ संकेत देती हैं. अगर समय रहते इन संकेतों को समझा जाए तो आने वाले संकटों से बचा जा सकता है.
अगर पूजा करते समय आपके हाथ से आरती की थाली या पूजा की सामग्री नीचे गिर जाए, तो इसे अशुभ संकेत माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि यह संकेत हो सकता है कि भगवान आपकी पूजा को स्वीकार नहीं कर रहे, या किसी प्रकार की अनदेखी से नाराज हो सकते हैं.
पूजा के लिए ले जाया जा रहा जल से भरा लोटा या गिलास अचानक गिर जाए, तो इसे भी शुभ नहीं माना जाता. यह इस ओर संकेत करता है कि पूर्वज या पितर किसी बात से अप्रसन्न हो सकते हैं, या घर में कोई परेशानी दस्तक देने वाली है.
भले ही शकुन शास्त्र में कांच टूटने का सीधा उल्लेख नहीं है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह अशुभ संकेत माना गया है. कांच टूटना जीवन में टकराव, चिंता या तनाव के संकेत देता है. घर में टूटा हुआ शीशा या कांच रखना नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है और सौभाग्य में कमी ला सकता है.
रसोई में काम करते समय अगर आपके हाथ से गेहूं, चावल या अन्य अनाज गिर जाए, तो इसे शुभ नहीं माना जाता. ऐसा माना जाता है कि धरती पर अन्न गिरना माता अन्नपूर्णा का अपमान होता है. इससे अन्न की देवी अप्रसन्न हो सकती हैं, जिससे घर में आर्थिक या पारिवारिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
यदि अक्षत (चावल) गिर जाए या उस पर पैर लग जाए, तो उसे श्रद्धा के साथ उठाकर माथे से लगाएं और मां लक्ष्मी तथा अन्नपूर्णा से क्षमा याचना करें. अक्षत का अनादर करने पर जीवन में धन और शांति की हानि हो सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)