How Patanjali Organic Farming empowering farmers: हर रोज की सुबह, ग्रामीण भारत का किसान एक नई उम्मीद के साथ खेत की तरफ निकलता है. लेकिन आजकल के दौर में केमिकल वाली खेती ने उसके जीवन को और भी मुश्किल बना दिया है. मिट्टी पहले जैसी उपजाऊ नहीं रही, फसलें भी कमजोर होने लगी हैं, और आर्थिक तंगी तो अलग से है. ऐसे समय में पतंजलि किसानों के लिए एक नई उम्मीद बनकर उभरा है. ऑर्गेनिक और नेचुरल खेती को बढ़ावा देकर, यह न सिर्फ मिट्टी को दोबारा जिंदा कर रही है, बल्कि किसानों की जिंदगी भी बदल रही है. अब किसान सिर्फ खेतों में पसीना नहीं बहा रहे, बल्कि एक खुशहाल कल की ओर भी बढ़ रहे हैं.
हां, लेकिन यह जानते हैं कि पतंजलि ऑर्गेनिक फार्मिंग आखिर कैसे मिट्टी की सेहत में सुधार करने और किसानों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है?
समझें पतंजलि ऑर्गेनिक फार्मिंग का उद्देश्य
पतंजलि ऑर्गेनिक फार्मिंग का मुख्य उद्देश्य केमिकल खेती के नुकसान को कम करना और नेचुरल तरीकों से खेती को बढ़ावा देना है. यह मिट्टी की उर्वरता को फिर से जिंदा करने और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने पर ध्यान देती है. रिसर्च-आधारित रिपोर्ट्स बताती हैं कि केमिकल खाद और कीटनाशकों के लंबे और ज्यादा इस्तेमाल से मिट्टी की ताकत कम हो गई है, जिससे फसलें कम हो रही हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है. पतंजलि ने इस परेशानी को दूर करने के लिए ऑर्गेनिक खेती का सहारा लिया, जो मिट्टी और किसानों दोनों के लिए फायदेमंद है.
किसानों को सही ट्रेनिंग देना
किसानों की तरक्की में पतंजलि जो सबसे बड़ा काम कर रही है, वह है उन्हें सही ट्रेनिंग देना. पतंजलि का 'किसान समृद्धि प्रोग्राम' किसानों को ऑर्गेनिक खेती के आसान और फायदेमंद तरीके सिखाता है. इससे किसान कम केमिकल इस्तेमाल करते हैं, मिट्टी की सेहत सुधरती है, और फसलें भी सेहतमंद व अच्छी होती हैं. इसके साथ-साथ, पतंजलि किसानों को पानी बचाने के तरीके और ऐसी खेती की जानकारी भी देती है जो लंबे समय तक फायदेमंद हो. इससे न सिर्फ खेती बेहतर होती है, बल्कि पर्यावरण की भी रक्षा होती है और किसानों को लंबे समय का फायदा मिलता है.
किसानों की इनकम बढ़ाना
पतंजलि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए ईमानदार और सही बिजनेस तरीकों को अपनाती है. इसका ध्यान रहता है कि किसानों को उनके ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स का सही रेट मिले, जिससे उनकी इनकम बढ़े. कंपनी किसानों को अच्छे बीज, ऑर्गेनिक खाद, और नेचुरल कीटनाशक भी देती है, जिससे उनकी फसल अच्छी होती है और मार्केट में बेहतर दाम पर बिकती है. साथ ही, पतंजलि किसानों को डिजिटल तकनीक से भी जोड़ रही है, ताकि उन्हें नए बाजारों की जानकारी मिलती रहे.
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग
इसके अलावा, पतंजलि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कराती है. इसमें किसान खास फसलें जैसे एलोवेरा, तुलसी, और मोगरा उगाते हैं, और पतंजलि इन फसलों को खरीद लेती है. इससे किसानों को उनकी उपज का तय बाजार मिल जाता है. इन सबके जरिए किसानों को आर्थिक स्थिरता मिलती है और वे केमिकल खेती के खतरों से बचते हैं. ऑर्गेनिक फसलें मार्केट में अच्छे दाम पर बिकती हैं, जिससे किसानों की इनकम बढ़ती है और वे अपनी फैमिली को बेहतर जीवन दे पाते हैं.
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