पतंजलि का ऑर्गेनिक खेती वाला कैंपेन भारतीय किसानों के लिए एक नई आशा की किरण बनकर उभरा है. केमिकल खेती की दिक्कतों से जूझ रहे भारतीय किसानों के लिए पतंजलि ने ऑर्गेनिक और नेचुरल खेती के जरिए से न सिर्फ मिट्टी की सेहत सुधारने का काम किया है, बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत किया हैं.
पतंजलि ने 'नव हरित क्रांति-एन एग्रो विजन' योजना के जरिए किसानों के जीवन को बेहतर बनाया हैं. इसमें नए-नए तकनीकी उपाय अपनाकर और किसानों को सही ट्रेनिंग देकर खेती को और बेहतर बनाया जा रहा है. इस पहल से ऐसा लग रहा है कि अब भारतीय खेती का भविष्य और भी उज्ज्वल होगा.
पतंजलि का एग्रीकल्चर कैंपेन
भारत के गांवों में रोजाना हर सुबह किसान अपने खेतों की एक आशा और उम्मीद के साथ निकलते हैं. लेकिन, बदलते दौर और केमिकल खेती की चुनौतियों ने उनकी मेहनत को मुश्किल बना दिया है. मिट्टी की क्वालिटी घट रही है, फसलें कमजोर हो रही हैं, और किसान आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं. यहीं वजह है कि पतंजलि किसानों के लिए उम्मीद की एक नई किरण बनकर उभरा है.
स्वामी रामदेव के मार्गदर्शन और आचार्य बालकृष्ण की देखरेख में पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट (PRI) के करीब 150 वैज्ञानिक मिलकर किसानों और खेती से जुड़ी दिक्कतों से बाहर निकालने में जुटे हुए हैं. इनके प्रयासों से एक पूरी योजना तैयार की गई है, जिसे 'नव हरित क्रांति - एन एग्रो विजन' नाम की किताब में बताया गया है.
इस योजना के तहत पतंजलि सिर्फ ऑर्गेनिक खेती सिखा ही नहीं रहा. इसके साथ ही वे किसानों को अच्छे किस्म के बीज, ऑर्गेनिक खाद और सस्ते में उर्वरक (Fertiliser) भी दे रहा है. इससे खेती की क्वालिटी सुधर रही है और किसान अब टिकाऊ (सस्टेनेबल) तरीकों से अच्छी पैदावार ले पा रहे हैं.
किसानों की नई तकनीकी की ट्रेनिंग देना
पतंजलि की सक्सेसफुल होने की एक बड़ी वजह किसानों को दिया जाने वाली ट्रेनिंग है. पतंजलि किसान समृद्धि प्रोग्राम के तहत, किसानों को ऑर्गेनिक खेती के आसान और फायदेमंद तरीके सिखाए जाते हैं. इससे केमिकल उर्वरकों और कीटनाशकों का इस्तेमाल कम होता है, जिससे मिट्टी की सेहत बेहतर होती है और नेचुरल और हेल्दी फसलें पैदा होती हैं.
इसके अलावा, पतंजलि ने तकनीकी सेक्टर में भी स्टेप बढ़ाया है. कंपनी ने किसानों की मदद के लिए जियो-मैपिंग, जियो-फेंसिंग और मौसम की जानकारी के लिए ऐप्स बनाए हैं, ताकि बुनियादी जरूरी जानकारी सभी किसानों तक आसानी से पहुंच सके. साथ ही, पतंजलि पानी बचाने वाली तकनीकों और टिकाऊ खेती के तरीकों की जानकारी भी किसानों को देता है.
किसानों की आर्थिक रूप से मजबूत बनाना
पतंजलि किसानों को मजबूत बनाने के लिए ईमानदारी से काम करने वाले तरीकों को बढ़ावा दे रहा है. वे इस बात काफी फोकस कर रहे है कि किसानों को उनकी ऑर्गेनिक खेती से होने वाली पैदावार का सही और अच्छा रेट मिले, जिससे उनकी कमाई बढ़े. क्योंकि ऑर्गेनिक खेती में मेहनत तो ज्यादा लगती है, लेकिन इससे मिलने वाला फायदा कई बार ठीक नहीं होता है. कह सकते हैं कि ऑर्गेनिक खेती में लगाया गया पैसा एक बेहतर और सुरक्षित भविष्य में लगाया गया निवेश है.