Baba Ramdev Patanjali: आज के टाइम में लोग अपनी हेल्थ को लेकर पहले से ज्यादा काफी जागरूक होते जा रहे हैं, क्योंकि लोग एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीना चाहते हैं. जिसके लिए वह मॉडर्न मेडिसिन पर ज्यादा भरोसा दिखा रहे हैं.
हांलाकि आयुर्वेद और नेचुरल ट्रीटमेंट की आती है, तो लोग जानना चाहते हैं कि ये कितने इफैक्टिव और साइंटिफिक ऑथेंटिसिटी अदंर हैं और इसी भरोसे को मजबूत करने के लिए पतंजलि ने साइंटिफिक रिसर्च पर और इसकी ऑथेंटिसिटी पर बहुत ध्यान दिया है.
कंपनी की अपनी रिसर्च लैब हैं, जहां हर प्रोडक्ट और मेडिसिन की साइंटिफिक तरीके से टेस्टिंग की जाती हैं. आइए समझते हैं कि पतंजलि किस तरह साइंटिफिक तरीके से नेचुरल ट्रीटमेंट के जरिए लाखों लोगों का भरोसा जीत रही है.
पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन
पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन, जो 2017 में शुरू हुआ. जो आयुर्वेदिक मेडिसिन का मॉडर्न साइंटिफिक टेस्ट करने में अहम रोल प्ले कर रहा है. पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन एक ऐसा मॉडर्न रिसर्च इंस्टीट्यूट है. जहां आयुर्वेदिक मेडिसिन को सांइस के माध्यम से टेस्ट किया जाए और इन्हें बेहतर बनाया जा सके हैं. जिनका सबसे जरूरी काम जड़ी-बूटियों और नेचुरल चीजों से बनने वाली मेडिसिन की सेफ्टी को चेक करना है. ताकि वे कई बीमारियों के ट्रीटमेंट में हेल्प कर सकें.
इस फाउंडेशन को NABL, DSIR और DBT जैसे बड़े साइंटिफिक ऑर्गेनाइजेशन की मान्यता भी मिली हुई है, जो इसके भरोसेमंद होने का बहुत बड़ा सर्टिफिकेट है.
लोगों का पतंजलि के प्रोडक्ट्स पर भरोसा
कई सर्वे से पता चलता है कि लोग पतंजलि के प्रोडक्ट्स को कम रेट, बेहतर क्वालिटी वाले और एक भारतीय ब्रांड के रूप में पसंद करते हैं. क्योंकि इनके प्रोडक्ट्स आसानी से उपलब्ध हैं. और सभी ऑनलाइन वेबसाइट पर मिल जाते हैं. साथ ही कुछ और भी वजहें जो इनके प्रोडक्ट्स को स्पेशल बनाती हैं. साइंटिफिक चेकिंग से गुजरे हैं, और मॉडर्न मेडिकल स्टैंडर्ड्स पर खरे उतरते हैं.
अब यह साफ तौर पर कहा जा सकता है कि पतंजलि ने आयुर्वेद और मॉडर्न साइंस को जोड़कर लोगों के बीच नेचुरल ट्रीटमेंट के प्रति भरोसे को काफी बढ़ा दिया हैं. अब लोग बिना किसी झिझक के इनका इस्तेमाल कर सकते हैं.
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