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पतंजलि की सामाजिक पहल से ग्रामीण भारत कैसे सशक्त बन रहा? लोगों का जीवन बदल रहा

आम लोगों तक योग और आयुर्वेद पहुंचाने के लिए बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण साथ मिलकर मेहनत कर रहे हैं.

पतंजलि की सामाजिक पहल से ग्रामीण भारत कैसे सशक्त बन रहा? लोगों का जीवन बदल रहा
Zee News Desk|Updated: Apr 07, 2025, 12:50 PM IST
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भारत के फेमस योगगुरु स्वामी रामदेव ने योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए पतंजलि ट्रस्ट की शुरुआत की थी. वह लगातार देसी यानी स्वदेशी प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल को सपोर्ट कर रहे हैं. आम लोगों तक योग और आयुर्वेद पहुंचाने के लिए बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण साथ मिलकर मेहनत कर रहे हैं. बाबा रामदेव की पहचान और आचार्य बालकृष्ण की लगन से पतंजलि को दुनियाभर में नाम और पहचान मिली है.

बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में पतंजलि आयुर्वेद एक ऐसा ब्रांड है, जो अपने आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स, पर्सनल केयर और फूड आइटम्स के लिए जाना जाता है. इसके साथ ही, पतंजलि ने सामाजिक पहल के माध्यम से ग्रामीण डेवलपमेंट में भी अपना काफी योगदान दिया है. ये पहल स्पेशली गांव के किसानों, महिलाओं और यूथ को ध्यान में रखकर बनाई गई है क्योंकि ये ही ग्रामीण भारत की सबसे जरूरी पॉपुलेशन का पार्ट हैं.

इसके साथ ही फ्री योग कैंप और नेचुरोपैथी सेंटर के जरिए से लाखों लोगों को लाभ पहुंचाया गया. गरीबों और जरूरतमंदों को फ्री मेडिसिन और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं.

समाज के लिए लगातार योगदान

पतंजलि लगातार समाज की उन्नति के लिए काम करता आ रहा है. कोरोना पैन्डेमिक के समय भी पतंजलि ने युद्ध स्तर पर जरूरतमंद लोगों की हेल्प की जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर, मेडिसिन, खाना, राशन और जरूरी मेडिकल सामान उपलब्ध कराया गया.
 
कांट्रैक्ट फार्मिंग से किसानों की इनकम को बढ़ाया

ग्रामीण भारत को मजबूत बनाने के लिए भी पतंजलि ने कई स्टेप लिए हैं. किसानों को डायरेक्ट फायदा पहुंचाने के लिए कांट्रैक्ट फार्मिंग को बढ़ावा दिया गया. पतंजलि ऑर्गेनिक रिसर्च इंस्टीट्यूट ने ऑर्गेनिक फार्मिंग के नए तरीके डेवलप करने में हेल्प की, जिससे किसानों की इनकम बढ़ी और उनके जीवन स्तर में सुधार आया. इससे देश में ऑर्गेनिक खेती को भी बढ़ावा मिला.

वैदिक और मॉडर्न एजुकेशन को एक साथ लाना

पतंजलि ने एजुकेशन के सेक्टर में बड़ा योगदान दिया है. पतंजलि योग ट्रस्ट वैदिक और मॉडर्न एजुकेशन को मिलाकर स्टडी पर जोर दिया है. देवप्रयाग के पतंजलि गुरुकुलम और योगग्राम में सैकड़ों स्टूडेंट्स स्टडी कर रहे हैं. गरीब, बेघर और जरूरतमंद बच्चों के लिए फ्री एजुकेशन, खाना, कपड़े और रहने की जगह दी जा रही है. पतंजलि यूनिवर्सिटी में योग, आयुर्वेद और फिलॉसफी की स्टडी करने का मौका मिल रहा है.

महिला सशक्तिकरण सेल्फ हेल्प ग्रुप और स्किल ट्रेनिंग

पतंजलि ने 2 नवंबर 2022 को मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डेवलपमेंट के साथ एक एग्रीमेंट किया, जिसके जरिए महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप (SHGs) के प्रोडक्ट्स को मार्केट में लाने में हेल्प की जाती है. इस एग्रीमेंट से SHGs को डीलरशिप और डिस्ट्रीब्यूशन के मौके भी मिलते हैं जिससे महिलाओं को फाइनेंशियल रूप से आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलता है. साथ ही, इसका उद्देश्य ग्रामीण SHG से जुड़ी महिलाओं को सालाना कम से कम 1 लाख रुपये की इनकम हासिल करने में हेल्प करना है.

DISCLAIMER: (This article is part of IndiaDotCom Pvt Lt’s consumer connect initiative, a paid publication programme. IDPL claims no editorial involvement and assumes no responsibility or liability for any errors or omissions in the content of the article.)

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