Realestate News: पिछले कुछ सालों से देश के अलग-अलग रीजन में अर्फोडेबल हाउसिंग की बजाय लग्जरी घरों की डिमांड बढ़ी है. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू आदि शहरों के आंकड़ों को देखें तो लग्जरी घरों की डिमांड में इजाफा हुआ है. दिल्ली-एनसीआर की बात करें तो यहां पर भी लग्जरी घरों की बिक्री 2025 की पहली छमाही में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 9 प्रतिशत बढ़ गई है. एक रिपोर्ट के अनुसार इस साल जनवरी से जून के बीच 5 करोड़ रुपये और उससे ज्यादा की कीमत वाले 5,168 लग्जरी घर बेचे गए. 2024 की पहली छमाही में इन घरों की संख्या 4,763 थी.
लग्जरी घरों की बिक्री में दिल्ली-एनसीआर टॉप पर
भारत के टॉप सात शहरों में लग्जरी घरों की कुल बिक्री में दिल्ली-एनसीआर की हिस्सेदारी 65 प्रतिशत है. क्षेत्र की कुल बिक्री में लग्जरी घरों की हिस्सेदारी भी अहम रूप से बढ़ी है, जो कि 2023 की पहली छमाही में 12 प्रतिशत से बढ़कर 2024 की पहली छमाही में 19 प्रतिशत और अब 2025 की पहली छमाही में 27 प्रतिशत हो गई है. रिपोर्ट में कहा गया कि यह उछाल बढ़ती आमदनी, प्रीमियम फैसिलिटी के प्रति बढ़ती पसंद और खरीदारों के बीच लाइफस्टाइल के कारण देखा गया.
91 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ गुरुग्राम अव्वल
एनसीआर में लग्जरी घरों की बिक्री में 91 प्रतिशत का योगदान देकर गुरुग्राम अव्वल बना हुआ है. सदर्न पेरिफेरल रोड (SPR) और द्वारका एक्सप्रेसवे इसके तहत प्रमुख आकर्षण के केंद्र बन गए हैं. इनकी गुरुग्राम की लग्जरी बिक्री में कुल 61 प्रतिशत हिस्सेदारी है. ऐसे लेनदेन में अकेले एसपीआर का योगदान 39 प्रतिशत रहा. द्वारका एक्सप्रेसवे के हाल ही में पूरा होने से इन दोनों कॉरिडोर में मांग बढ़ी है, जिससे संपत्ति की कीमतें बढ़ी हैं और खरीदार अल्ट्रा-प्रीमियम परियोजनाओं की ओर आकर्षित हुए हैं.
जेएलएल के सीनियर एमडी (उत्तर एवं पूर्व भारत), मनीष अग्रवाल ने कहा, 'गुरुग्राम ने देश में लग्जरी रियल एस्टेट के केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया है. दिल्ली-एनसीआर में लग्जरी आवासीय बिक्री लेनदेन में इसका योगदान 91 प्रतिशत है और इस क्षेत्र को देश भर में लग्जरी बिक्री का 65 प्रतिशत हिस्सा हासिल करने में मदद मिली है.' 2020 से दिल्ली-एनसीआर में लगभग 22,000 लग्जरी यूनिट लॉन्च की गई हैं, जिनमें से 89 प्रतिशत गुरुग्राम में हैं. गोल्फ कोर्स रोड जैसे स्थापित प्रीमियम स्थानों में भी लगातार रुचि देखी गई है, हालांकि वहां मौजूद यूनिट्स की संख्या सीमित है. (इनपुट IANS से भी)