अगर आप गुरुग्राम में घर खरीदने का सपना देख रहे हैं, तो आपके बजट को एक बड़ा झटका लग सकता है. जिला प्रशासन ने सर्किल रेट्स में भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है, जिससे रियल एस्टेट की पहले से ही आसमान छूती कीमतें और तेजी से बढ़ सकती हैं. इस प्रस्ताव के तहत रिहायशी इलाकों में सर्किल रेट्स में 8% से लेकर 77% तक की वृद्धि की सिफारिश की गई है, जबकि कृषि भूमि के लिए दरों में 145% तक का इजाफा प्रस्तावित है. अगर राज्य सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देती है, तो आने वाले एक महीने में नई दरें लागू हो जाएंगी.
गोल्फ कोर्स रोड, डीएलएफ फेज 1-5, साउथ सिटी, सुशांत लोक और सनसिटी जैसे हाई-एंड रिहायशी इलाकों में 10% से 20% तक सर्किल रेट्स बढ़ने की संभावना है. डीएलएफ अरेलियास, द मैग्नोलियास और द कैमलियास जैसे लक्जरी अपार्टमेंट्स के लिए सर्किल रेट ₹35,750 प्रति वर्ग फुट से बढ़ाकर ₹39,325 प्रति वर्ग फुट किया जा सकता है. रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, “मार्केट रेट के मुकाबले अभी भी सर्किल रेट्स 30-60% कम हैं. जैसे डीएलएफ द क्रेस्ट में मार्केट रेट 50,000 रुपये प्रति वर्ग फुट है, जबकि सर्किल रेट सिर्फ 18,866 रुपये है.”
नए सेक्टर्स में और भी बड़ी बढ़ोतरी
द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ विकसित हो रहे नए सेक्टर्स में 62% तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है. गुड़गांव गांव इलाके में तो 77% की भारी बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है, जो 25,300 से सीधे 45,000 प्रति वर्ग गज हो जाएगी. कृषि भूमि की बात करें तो बजघेड़ा में दरें ₹2 करोड़ से बढ़ाकर ₹5 करोड़ प्रति एकड़ करने का प्रस्ताव है, यानी 145% की उछाल. सिरहौल में भी 108% की बढ़ोतरी प्रस्तावित है.
आम खरीदारों का क्या कहना?
गुरुग्राम में काम करने वाले आईटी प्रोफेशनल नितिन मिश्रा कहते हैं कि लगातार बढ़ती कीमतें शहर को आम आदमी के लिए मुश्किल बना रही हैं. इसका असर न सिर्फ रियल एस्टेट बल्कि पूरे शहर की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा. हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि सर्किल रेट्स को बाजार भाव के करीब लाना पारदर्शिता और टैक्स कलेक्शन के लिहाज से जरूरी है, लेकिन यह बढ़ोतरी “काफी आक्रामक” हो सकती है.