RBI Repo Rate: पिछले छह महीने के दौरान जब आरबीआई (RBI) की तरफ से रेपो रेट में 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई तो इंडस्ट्री की तरफ से इसको सराहा गया. ब्याज दर में कटौती से घरों की मांग में इजाफा देखा गया. अब रिजर्व बैंक की तरफ से 6 अगस्त को जारी एमपीसी (MPC) में रेपो रेट को 5.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला किया गया है. आरबीआई के इस फैसले से घर खरीदारों के लिए अफोर्डेबिलिटी बनी रहेगी. यह बयान इंडस्ट्री के जानकारों की तरफ से दिया गया है.
मिडिल क्लास इनकम वालों के लिए अफोर्डेबिलिटी बनी रहेगी
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शिशिर बैजल ने कहा, 'रेपो रेट का स्थिर रहना और सरप्लस लिक्विडिटी अधिक पूर्वानुमान प्रदान करते हैं. इससे घर खरीदारों के लिए अफोर्डेबिलिटी बनी रहती है.' उन्होंने यह भी कहा कि कुछ बैंकों की तरफ से होम लोन ब्याज दरों को घटा दिया गया है. इससे मिडिल और लोअर इनकम सेगमेंट के घरों की मांग को सपोर्ट मिला है. अभी घटी हुई ब्याज दर का फायदा धीरे-धीरे नीचे के क्रम में पहुंच रहा है.'
आरबीआई का कदम, रियल एस्टेट सेक्टर के लिए भरोसेमंद कदम
रेपो रेट के पुराने स्तर पर ही बने रहने पर हीरो रियल्टी के सीईओ रोहित किशोर ने कहा कि नीतिगत दर के 5.5% पर स्थिर बनाए रखने का आरबीआई का फैसला रियल एस्टेट सेक्टर के लिए स्थिर और भरोसेमंद कदम है. ब्याज दर के पुराने स्तर पर बने रने का फायदा घर खरीदारों के साथ ही डेवलपर्स के लिए भी मददगार साबित होगा. गंगा रियल्टी के ज्वाइंट एमडी विकास गर्ग कहते हैं रिजर्व बैंक का फैसला बाजार में स्थिरता को बढ़ावा देगा. लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट में खरीदारों की उम्मीदें और निवेश दोनों ही ज्यादा है, वहां ब्याज दर में स्थिरता से लोगों का भरोसा बना रहता है और खरीदारी में तेजी बनी रहती है.
रियल एस्टेट को मजबूती मिलेगी
नारेडको महाराष्ट्र के अध्यक्ष प्रशांत शर्मा ने कहा, 'महंगाई में कमी के बावजूद रेपो दर को 5.5 प्रतिशत पर बनाए रखने का आरबीआई का फैसला ग्लोबल चुनौतियों और घरेलू स्थिरता के प्रबंधन के प्रति सतर्क लेकिन संतुलित दृष्टिकोण दर्शाता है. रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए, दरों का स्थिर होना घर खरीदारों की धारणा में निरंतर गति सुनिश्चित करती है और यह घरों के लिए अफोर्डेबिलिटी को बनाए रखती है.' कॉन्शिएंट इंफ्रा के बिजनेस हेड मोहित अग्रवाल कहना है रेपो रेट को 5.5% पर बनाए रखने से रियलएस्टेट सेक्टर को मजबूती मिलेगी. सस्ते रेट पर लोन मिलने से खरीदारों और निवेशकों दोनों की कैपेबिलिटी बनी रहेगी.
आरबीआई ने इस साल फरवरी और जून के बीच रेपो रेट में 100 बीपीएस की कटौती की है. इसके बाद प्रमुख बैंकों ने होम लोन की दरें 7.3 प्रतिशत तक कम कर दी हैं. मौजूदा समय में एसबीआई, केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और आईसीआईसीआई बैंक जैसे लोनदाताओं की होम लोन दरें 7.3-8 प्रतिशत से शुरू होती हैं.