Cognizant Property Deal: सोचिए... 99 पैसे में 21 एकड़ जमीन की डील हो जाए तो शायद आप यकीन ही नहीं कर पाएं. सरकार ने ऐसी डील अमेरिकी कंपनी कॉग्निजेंट (Cognizant) के साथ की है. इससे पहले टीसीएस के साथ भी 21 एकड़ जमीन की डील 99 पैसे में हुई है. यह मामला आंध्र प्रदेश का है, यहां पर चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने करीब दो महीने पहले टीसीएस को 21 एकड़ जमीन 99 पैसे में करने के बाद अब अमेरिकी कंपनी कॉग्निजेंट (Cognizant) के साथ ऐसी ही डील की है. कॉग्निजेंट (Cognizant) का हेडक्वार्टर न्यू जर्सी (अमेरिका) में है.
1582 करोड़ रुपये का निवेश करने का वायदा
इस जमीन के बदले कॉग्निजेंट ने आने वाले आठ साल के दौरान विशाखापट्टनम में एक IT कैंप बनाने के लिए 1,582 करोड़ रुपये का निवेश करने का वायदा किया है. इस कैंपस के जरिये 8,000 नौकरियों के मौके पैदा होंगे. हैदराबाद से 600 किमी और चेन्नई से 800 किमी दूर स्थित विशाखापट्टनम देश के बड़े सॉफ्टवेयर हब बेंगलुरु के बाद नया IT हब बन सकता है. अप्रैल के महीने में टीसीएस को बेहद सस्ते दाम पर जमीन की बिक्री किये जाने के बाद राज्य के टेक्नोलॉजी मिनिस्टर नारा लोकेश ने कहा था सरकार विशाखापट्टनम को IT निवेश का नया हब बनाना चाहती है.
मार्च 2029 तक कमर्शियल ऑपरेशन शुरू होने की उम्मीद
उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा था कि यदि गोवा और बेंगलुरु की शादी हो और उनका बच्चा पैदा हो तो वह विशाखापट्टनम हो सकता है. हमारे पास सब कुछ है और यह बड़े निवेश का ट्रिगर बन सकता है. कॉग्निजेंट की तरफ से उम्मीद जताई गई कि कंपनी मार्च 2029 तक विशाखापट्टनम में अपना कमर्शियल ऑपरेशन शुरू कर देगी. सरकार का यह कदम आंध्र प्रदेश को टेक्नोलॉजी ग्रोथ के नक्शे पर लाने में मदद करेगा. सरकार का यह फैसला नई नौकरियों और इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए है.
इस डील से स्थानीय लोगों को आने वाले समय में रोजगार के अच्छे मौके मिलने की उम्मीद है. इससे शहर के विकास में भी मदद मिलेगी. जानकारों का मानना है कि सरकार की तरफ से उठाया गया यह कदम दूसरी बड़ी कंपनियों को भी आंध्र प्रदेश में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगा. विशाखापट्टनम को IT हब के रूप में विकसित करना राज्य के लिए एक बड़ा कदम है.