Ashadha Navratri 2025: हिंदी कैलेंडर का चौथा महीना आषाढ़ 12 जून से शुरू हो गया है. आषाढ़ महीने में गुप्त नवरात्रि पर्व मनाया जाता है. इन 9 दिनों में 10 महाविद्याओं की पूजा-आराधना की जाती है. साल में पड़ने वाली कुल 4 नवरात्रि में 2 गुप्त नवरात्रि और 2 प्रत्यक्ष नवरात्रि होती हैं. इसमें पहली गुप्त नवरात्रि आषाढ़ महीने में आती हैं. इस साल आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 26 जून से हो रही है.
गुप्त नवरात्रि में माता की सवारी
मान्यता है कि नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा धरती पर भक्तों के बीच आती हैं. नवरात्रि के पहले दिन माता का आगमन होता है और 9वें दिन प्रस्थान करती हैं. नवरात्रि की शुरुआत किस दिन हो रही है, उससे तय होता है कि माता की सवारी क्या होगी? साथ ही हर सवारी खास संकेत भी देती है. इसका देश-दुनिया और लोगों के जीवन पर बड़ा असर पड़ता है. इस साल आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि 26 जून से प्रारंभ होकर 4 जुलाई को समाप्त होंगी.
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पालकी में सवार होकर आएंगी मां दुर्गा
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जिस दिन कलश स्थापना होती है, उसी दिन के अनुसार मां की सवारी तय होती है. इस साल 26 जून गुरुवार को घटस्थापना होगी. इसके मुताबिक गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा पालकी (डोली) में सवार होकर धरती पर आएंगी.
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आएगी महामारी और मंदी
धर्म-शास्त्रों के अनुसार मां दुर्गा का पालकी से आगमन पृथ्वीवासियों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. माता का पालकी या डोली में आगमन महामारी आने का संकेत है. साथ ही यह अर्थव्यवस्था में गिरावट या मंदी आने का संकेत भी देती है. इसके अलावा हिंसा, आपदाएं बढ़ने का अंदेशा भी देती है. ऐसे में 4 जुलाई के बाद देश-दुनिया में महामारी, मंदी के बढ़ने की आशंका पैदा हो रही है.
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