Ashubh Grah in Kundli: जब कुंडली में कोई ग्रह अपनी शुभता खो देता है और नकारात्मक प्रभाव देने लगता है, तो उसे ग्रह दोष कहते हैं. या पीड़ित ग्रह भी कहा जाता है. कुंडली में किसी ग्रह का पीड़ित होना जीवन में बहुत दिक्कतें देता है. ग्रह पीड़ित तब होता है जब उसकी दुश्मन ग्रह के युति हो रही है या कोई अशुभ ग्रह उसे देख रहा हो. कोई ग्रह नीच राशि में हो या अस्त स्थिति में हो. कुंडली में किसी ग्रह का अस्त होना भी अशुभ होता है. इससे वह ग्रह नकारात्मक फल देने लगता है.
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पीड़ित ग्रह का असर
जब कुंडली में कोई ग्रह पीड़ित होता है, तो वह जातक के जीवन में अपना शुभ प्रभाव नहीं दे पाता है और नकारात्मक असर डालने लगता है. उदाहरण के लिए सूर्य ग्रह आत्मबल, नेतृत्व, तेज, यश, सेहत के कारक हैं. यदि कुंडली में सूर्य पीड़ित हो तो जातक निस्तेज, आलसी होता है. ऐसे व्यक्ति को मान हानि होने का खतरा रहता है. साथ ही उसे सिरदर्द और पित्त रोगों का सामना करना पड़ता है. उसकी इम्युनिटी कम रहने से बार-बार बीमार हो जाता है.
इसी तरह यदि चंद्रमा पीड़ित है, तो व्यक्ति मानसिक अशांति, तनाव, डिप्रेशन, चिंता का शिकार रहता है. कई बार तो हालत बिगड़ने पर जातक गहरी निराशा में आत्महत्या जैसा कदम उठा सकता है, विक्षिप्त हो सकता है. शनि पीड़ित हो तो जातक का संघर्ष खत्म होने का नाम ही नहीं लेता. उसका जीवन अभावों में ही कटता है.
पीड़ित ग्रहों के उपाय
पीड़ित ग्रह के अशुभ फल से निजात पाने के लिए जल्द से जल्द ज्योतिषीय उपाय कर लेने चाहिए. इसके लिए ज्योतिषी की सलाह से ग्रह से संबंधित मंत्र का जाप करें, उससे जुड़ी चीजों का दान करें, उस ग्रह से संबंधित रंग पहनने से बचें. संबंधित देवता की पूजा करें.
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(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)