trendingNow12802518
Hindi News >>ऐस्ट्रो
Advertisement

Lunar Eclipse 2025: लगने वाला है चंद्र ग्रहण, भारत पर कैसा होगा असर? सूतक काल भी जान लें

Lunar Eclipse Chandra Grahan 2025: हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को विशेष घटना माना गया है. ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. जानिए साल 2025 का अगला चंद्र ग्रहण कब लगने वाला है. 

Lunar Eclipse 2025: लगने वाला है चंद्र ग्रहण, भारत पर कैसा होगा असर? सूतक काल भी जान लें
Shraddha Jain|Updated: Jun 16, 2025, 09:00 AM IST
Share

Lunar Eclipse Chandra Grahan 2025: जब पृथ्वी घूमते हुए चांद और सूर्य के बीच आ जाती है तो इसकी वजह से पृथ्वी की छाया चांद पर पड़ती है. इससे चांद कुछ देर के लिए छिप जाता है. इस घटना को ही चंद्र ग्रहण कहते हैं. चंद्र ग्रहण महत्‍वपूर्ण खगोलीय घटना है. साथ ही इसका धार्मिक और ज्‍योतिषीय महत्‍व भी है. वहीं हिंदू धर्म और ज्‍येातिष में ग्रहण का कारण राहु-केतु ग्रह को माना जाता है. इसके अनुसार जब राहु सूर्य-चंद्रमा को डंसने की कोशिश करता है तो ग्रहण लगता है. साल 2025 में 2 चंद्र ग्रहण लगने हैं, जिसमें से एक चंद्र ग्रहण मार्च में लग चुका है. वहीं अगला चंद्र ग्रहण लगना बाती है. 

साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण 

साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को लग रहा है, इस दिन भाद्रपद महीने की पूर्णिमा है. यह चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 7 सितंबर की रात को 9 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगा और मध्‍यरात्रि 01 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगा. यह ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. यानी कि इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा पूरी तरह धरती की छाया में आ जाएगा और बिल्‍कुल भी नजर नहीं आएगा. 

यह भी पढ़ें: 6 साल की लड़कियां पैदा करेंगी बच्‍चे, कीड़े-मकोड़ों की तरह हो जाएगी जिंदगी! इतने साल में सच हो जाएगी भविष्‍यवाणी

चंद्र ग्रहण का भारत पर असर 

साल का दूसरा चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा जिससे इसका सूतक काल भी मान्‍य होगा. धर्म-शास्‍त्रों के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है. लिहाजा 7 सितंबर की रात को लग रहे चंद्र ग्रहण का सूतक काल दिन में 12 बजे करीब शुरू हो जाएगा. 

यह भी पढ़ें: दिल खुश कर देगी बाबा वेंगा की यह भविष्‍यवाणी, 4 राशियों को बताया सबसे लकी, 6 महीने में बनेंगे करोड़पति!

ग्रहण के सूतक काल में वर्जित हैं ये काम 

ग्रहण काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. ना ही सूतक काल में मंदिर के पट खुले रखे जाते हैं. सूतक काल में खाने-पीने की मनाही की गई है, साथ ही ग्रहण के नकारात्‍मक असर से बचाने के लिए भोजन, पानी, दूध आदि में तुलसी के पत्‍ते डाल दिए जाते हैं. जिन लोगों के लिए ग्रहण अशुभ हो, उन्‍हें इस दौरान बाहर नहीं निकलना चाहिए. खासतौर पर गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान बाहर ना निकलें. 

यह भी पढ़ें: आखिर मंगल-राहु के खतरनाक योग ने दिखा दिया असर! अब 28 जुलाई से पहले...

(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

Read More
{}{}