Lord Ganesha Vastu Tips: हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व माना जाता है. यह हमें बताता है कि घर में कौन सी चीजें कहां पर रखनी चाहिए. ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और अटके हुए काम भी सफल होने लग जाते हैं. आज हम आपको बताते हैं कि घर में भगवान गणेश की प्रतिमा कहां पर और किस दिशा में रखनी चाहिए. जिससे उनकी कृपा आप पर हमेशा बनी रहे. आइए जानते हैं कि भगवान गणेश की प्रतिमा रखने से जुड़े नियम क्या हैं.
कौन सी दिशा में रखें भगवान गणेश की प्रतिमा?
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, भगवान गणेश की प्रतिमा को हमेशा घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्वी दिशा में स्थापित करना चाहिए. यह कोण देवताओं का स्थान माना जाता है और इस दिशा में भगवान गणेश की प्रतिमा को विराजमान करना बहुत शुभ माना जाता है. प्रतिमा इस तरह से स्थापित करें कि उनका मुख घर के अंदर आशीर्वाद देती मुद्रा में हो.
वास्तु शास्त्री कहते हैं कि यदि आपके घर का मेन दक्षिण या उत्तर दिशा में हो तो आपको घर के अंदर गणेश प्रतिमा अवश्य स्थापित करनी चाहिए. ऐसा करने से घर में प्रवेश करने की कोशिश कर रही नकारात्मक शक्तियां भाग खड़ी होती हैं और परिवार में सुख-समृद्धि आती है.
किस रंग की होनी चाहिए मूर्ति?
धार्मिक विद्वानों के अनुसार, अगर आप घर में भगवान गणेश की प्रतिमा लगाना चाहते हैं तो उसके रंग पर अवश्य ध्यान दें. इसके लिए सफेद रंग को बेहतर माना जाता है. यह सौम्यता और शांति का प्रतीक होता है. आप अपने घर और दफ्तर दोनों जगह इस रंग की प्रतिमा स्थापित कर सकते हैं. वहीं बच्चों के कमरे में हरे या पीले रंग की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए. इससे उन्हें एकाग्रता बढ़ाने और पढ़ने में मदद मिलती है.
प्रतिमा लगाते वक्त किन बातों का रखें ध्यान?
वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि भगवान गणेश की प्रतिमा कभी भी गंदगी, थूकने वाली या टॉयलेट के पास वाली जगह पर नहीं लगानी चाहिए. ऐसा करना उनका अपमान माना जाता है, जिसका खामियाजा पूरे परिवार को भुगतना पड़ता है. भगवान गणेश को कभी भी पूजा में तुलसी के पत्ते अर्पित नहीं करने चाहिए. बुधवार को गणपति की विधि विधान से पूजा के साथ ही उन्हें पुष्प, 21 दूब और सिंदूर अर्पित करना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)