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कुंडली का ये खतरनाक योग व्यक्ति को बना देता है दरिद्र, जान लें बचने के ज्योतिषीय उपाय

Daridra Yog in Kundli: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, कुंडली में कई बार अशुभ ग्रहों के योग से नुकसान पहुंचाने वाले योग बनते हैं. दरिद्र योग उन्हीं अशुभ योगों में से एक है. आइए जानते हैं कि कुंडली में दरिद्र योग कैसे बनता है और इससे बचने के उपाय क्या हैं.

कुंडली का ये खतरनाक योग व्यक्ति को बना देता है दरिद्र, जान लें बचने के ज्योतिषीय उपाय
Dipesh Thakur|Updated: Jun 21, 2025, 01:03 PM IST
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How Daridra Yog Form in Kundli: ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे शुभ और अशुभ योगों का उल्लेख मिलता है, जिनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर सीधा पड़ता है. कुछ योग व्यक्ति को धनवान बना देते हैं तो कुछ आर्थिक तंगी और संघर्ष में डाल देते हैं. जन्म के साथ ही व्यक्ति की राशि और ग्रह-स्थिति निर्धारित हो जाती है और उसी के आधार पर उसके जीवन में शुभ-अशुभ परिस्थितियों का निर्माण होता है.

जब कुंडली में ग्रहों की स्थिति अनुकूल होती है तो व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. लेकिन यदि ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल हो जाए, तो जीवन में अड़चनें और आर्थिक परेशानियां आने लगती हैं. अशुभ ग्रहों के प्रभाव से ही कुंडली में दरिद्र योग बनता है, जिससे व्यक्ति का पूरा जीवन संघर्षमय हो जाता है. आइए जानते हैं कि कुंडली में दरिद्र योग कैसे बनता है और इससे बचने के ज्योतिषीय उपाय क्या हैं.

कैसे बनता है कुंडली में दरिद्र योग?

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब कोई शुभ ग्रह अशुभ ग्रहों के संपर्क में आता है तो कुंडली में दरिद्र योग बनता है. इसके साथ ही जब कुंडली के छठे और 12वें भाव में गुरु ग्रह बैठा होता है, तो भी दरिद्र योग का निर्माण होता है. कुंडली के इस योग के प्रभाव से जातक को धन की कमी, आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है. 

दरिद्र योग से बचने के खास उपाय

मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं- घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का शुभ चिह्न बनाएं. इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और दरिद्र योग के प्रभाव कम होते हैं.

माता-पिता का सम्मान करें- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, माता-पिता की सेवा और सम्मान करने से दरिद्र योग का प्रभाव धीरे-धीरे समाप्त होता है. 

तीन धातुओं का छल्ला या कड़ा पहने- दरिद्र योग से मुक्ति पाने के लिए मध्यमा (मिडिल फिंगर) में तीन धातुओं (सोना, चांदी और तांबा) का छल्ला धारण करें. इसके अलावा आप चाहें तो हाथ में तीन धातुओं का कड़ा भी पहन सकते हैं. इससे आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं.

गजेंद्र मोक्ष का पाठ करें- दरिद्र योग को शांत करने के लिए नियमित रूप से ‘गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र’ का पाठ करें. यह उपाय ग्रहों की अशांति को दूर करता है.

भगवद गीता के 11वें अध्याय का पाठ करें- शास्त्रों में बताया गया है कि भगवद गीता का 11वां अध्याय पढ़ने से कुंडली में मौजूद दरिद्र योग का प्रभाव नष्ट होता है और आर्थिक समस्याएं समाप्त होती हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

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