Shani Gochar 2025 Date and Effects: शनि देव ढाई साल बाद अपनी राशि बदलने जा रहे हैं. वे अगले साल 29 मार्च 2025 को रात 11:01 बजे मीन राशि में प्रवेश करेंगे. इसके बाद वे ढाई साल तक इस राशि में विराजमान रहेंगे. शनि की यह बदली चाल लाखों लोगों को बेहाल करने जा रही है. इसका असर उन्हें करियर, कारोबार, सेहत सब पर भुगतना होगा. शनि गोचर की वजह से कई लोगों पर साढ़े साती शुरू हो जाएगी तो कईयों को शनि की ढैय्या का सामना करना होगा. आइए जानते हैं कि शनि देव अगले साल किन-किनकी चाल बिगाड़ने जा रहे हैं.
शनि की साढ़ेसाती
मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा. उन पर यह प्रभाव 31 मई, 2032 तक रहेगा. ऐसे में मेष राशि के लोगों को संभलने की जरूरत है. खासकर आर्थिक रूप से उन्हें खासा नुकसान होने का अंदेशा रहेगा.
वृष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है. उन्हें 3 जून, 2027 तक इसका प्रभाव झेलना होगा. इस कठिन समय में वे पारिवारिक जीवन में संयम से काम लें. उन पर 23 फरवरी, 2028 को साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी.
मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण 29 मार्च को पूरा होगा. इसके बाद दूसरा चरण शुरू हो जाएगा. ऐसे में आर्थिक, पारिवारिक मामलों पर ध्यान दें.
मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का तीसरा और आखिरी चरण चल रहा है. उन पर 29 मार्च तक साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा. इस दौरान मार्च तक अपनी सेहत पर विशेष ध्यान दें और बाहर के भोजन से परहेज करें.
शनि गोचर 2025 का राशियों पर कैसा रहेगा प्रभाव?
मेष राशि
रिश्तों, सेहत के मामले कमजोर रहेंगे. आपका कामकाज ठीक चलेगा और आप लाभ कमाएंगे.
वृष राशि
कार्यक्षेत्र में अनुकूलता रहेगी. आपको भाग्य का साथ मजबूती से मिलेगा. परिवार से संबंध मधुर रहेंगे.
मिथुन राशि
आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा. नए साल में मनोकामनाएं पूरी होंगी. आपको बड़ी खुशखबरी मिल सकती है.
कर्क
29 मार्च के बाद ग्रहों का शुभ फल मिलेगा. ये साल कुल मिलाकर आपके लिए अच्छा रहेगा.
सिंह
29 मार्च 2025 से शनि का अष्टम का ढैया शुरू हो रही है. महत्वपूर्ण मामलों को वर्ष की पहली तिमाही में करना बेहतर होगा. भूमि भवन की खरीदी संभव है. प्रतिस्पर्धा में परिणाम सकारात्मक आएंगे. 14 मई से गुरु का मिथुन राशि में प्रवेश आर्थिक उन्नति दायक होगा.
कन्या
इस वर्ष देव गुरु बृहस्पति भाग्य और कर्म के स्थान में गोचर करेंगे। कामकाज में नए अवसर मिलेंगे । मान सम्मान में वृद्धि होगी. पदोन्नति के अवसर बनेंगे. भूमि भवन के मामले पक्ष में रहेंगे. नेतृत्व क्षमता बढ़ी हुई रहेगी. परिवार का साथ मिलेगा. स्वास्थ्य और संबंधों को बेहतर बनाए रखेंगे. वचनबद्धता बनाए रखेंगे. राजनीति से जुडे कार्य बेहतर करेंगे. 18 मई 2025 से केतु का आपकी राशि से निकलकर सिंह में जाना सकारात्मक बदलावों को बढ़ाएगा
तुला
आर्थिक पक्ष को बल मिलेगा. कार्य व्यापार उम्मीद के अनुरूप रहेगा. सकारात्मकता बढ़त पर रहेगी. मांगलिक कार्यां के योग बनेंगे. कार्यविस्तार की योजनाएं फलीभूत हो सकती हैं. 29 मार्च से शत्रु भाव में शनि ग्रह का संचरण आरंभ होगा. ऐसे में आर्थिक मामलों में अतिरिक्त सतर्कता बनाए रखने आवश्यकता पड़ेगी.
वृश्चिक
शनि की चौथे घर की ढैया 29 मार्च को पूर्ण होते ही लाभ के बड़े अवसरों का रास्ता बनेगा. आय-व्यय का स्तर बढ़ा हुआ रहेगा. नींद की कमी तंग करेगी. महत्वपूर्ण मामलों को पूरी उूर्जा और उत्साह से आगे बढ़ाएंगे. साझीदारों से सामंजस्य रखें.वर्ष की शुरुआत अच्छी रहेगी.
धनु
29 मार्च 2025 से शनि का चौथे घर का ढैया प्रारंभ होगा. यह मानसिक उलझनों और पारिवारिक तनावों को बढ़ावा दे सकता है. अप्रैल-मई के महीने में धैर्य से कदम आगे बढ़ाएं. 14 मई से गुरु का सप्तम में संचार निजी विषयों को सकारात्मक बनाएगा. कामकाज के सिलसिले में यात्रा संभव होगी.
मकर
29 मार्च 2025 से इस राशि वालों पर शनिदेन की सबसे बड़ी कृपा बरसने वाली है. वे मकर राशि के जातकों को साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्त करेंगे. शनि का यह परिवर्तन शुभ सूचनाओं और साहसिक कार्यां को गति देने वाला है. कामकाज के उत्तम अवसरों में वृद्धि होगी.
कुंभ
29 मार्च 2025 से शनि का गोचर साढ़े साती के अंतिम चरण का आरंभ होगा . शिक्षा संतान के मामले बेहतर होंगे साथ ही प्रेम जीवन में भी संभावनाएं बनेंगी.घर परिवार में सुख बढ़ेगा. वर्ष के द्वितीय भाग में सभी मामले संतुलित ढंग से बढ़ेंगे.
मीन
29 मार्च से साढे़ साती का दूसरा चरण आरंभ होगा. इसके प्रभाव से कार्यगति मद्यम हो सकती है. आय की तुलना में व्यय की अधिकता बनी रह सकती है. राहु-केतु के राशि परिवर्तन से वर्ष के उत्तरार्ध में राहत का अनुभव करेंगे. लंबित कार्य सहजता से आगे बढ़ेंगे.
शनि को कैसे करें शांत?
11 शनिवार को शनि मंदिर में छाया दान करें.
काले छाते, जूते-चप्पल, तिल का दान करें.
आपके लिए काम कर रहे लोगों को दान दें.
सफाईकर्मी, मजदूर वर्ग को मदद करें.
हनुमान चालीसा, बजरंग बाण का पाठ करें.
शनि कर्म के कारक हैं, अपने कर्म पर ध्यान दें.
झूठ, क्रोध, अनैतिक काम से बचें.
काले कुत्ते, कौवे, गाय को रोटी खिलाएं.
पीपल की पूजा करें, घी का दीपक जलाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)