Shani Sadesati: मनोज वाजपेयी हिंदी सिनेमा जगत में एक बड़ा नाम हैं. उन्होंने अपनी एक्टिंग टैलेंट से लाखों दर्शकों को अपना दीवाना बनाया है. इसके अलावा उन्हें अपने खास अंदाज के लिए भी जाना जाता है. वो अपने विचारों को अक्सर खुलकर रखते हैं. मनोज वाजपेयी ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि, उन्होंने भी शनि की साढ़ेसाती का सामना किया है. मनोज वाजपेयी आगे बताते हैं कि शनि जीवन में अड़चन भी देते हैं, थकान भी देते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि सबसे बुजुर्ग ग्रह माने जाते हैं, जो जीवन में कुछ ना कुछ सिखाते हैं और शनि अध्यात्म के भी देवता हैं.
साढ़ेसाती के शुरुआती 5 साल बहुत खतरनाक
मनोज वाजपेयी ने आगे शनि की साढ़ेसाती के बारे में बताया कि जब भी किसी के जीवन में शनि की साढ़ेसाती आती है तो जीवन में तकलीफों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने यह भी बताया कि शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात साल के लिए होती है. साथ ही साढ़ेसाती के शुरुआती 5 साल बहुत खतरनाक होते हैं.
क्या होती है शनि की साढ़ेसाती?
शनि अपने भ्रमण के दौरान हर राशि को प्रभावित करता है. यह एक राशि पर ढाई साल रहता है. जब यह प्रभाव किसी राशि के ऊपर शनि की विशेष परिस्थितियों के कारण पड़ता है तो इसको साढ़ेसाती कहते हैं. जब शनि किसी राशि के 12वें भाव या राशि में रहता है तो उस राशि पर साढ़ेसाती चलने लगती है. ऐसे में शनि लगातार तीन बार किसी राशि को प्रभावित करता है. ढाई-ढाई वर्षों के तीन चरण साढ़ेसात साल तक साढ़ेसाती के रूप में चलता है.
साढे़साती के उपाय
शनि की साढ़ेसाती के प्रकोप से बचने के लिए हर शनिवार शनि स्तोत्र का पाठ करें. और शनि मंत्र "ओम् शं शनेश्चराय नमः" का जाप करें. इसके साथ ही शनिवार के दिन पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीया जलाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)