Kaise Banta Hai Chadal Yog: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की हाथों की रेखा का सीधा संबंध उसके भाग्य से जुड़ा होता है. इन रेखाओं के अनुसार कुछ योग बनते हैं जो व्यक्ति के लिए शुभ और अशुभ दोनों हो सकते हैं. इन्हीं में से एक योग होता है चंडाल योग जिसके हाथों में भी यह योग बनता है उसके जीवन में कभी भी परेशानियों का कोई अंत नहीं होता.
चंडाल योग को सबसे अशुभ माना गया है जिसके बनने से व्यक्ति के जीवन में समस्याएं उसका जिंदगी भर साथ नहीं छोड़ती. इतना ही नहीं इस योग की वजह से व्यक्ति कोई भी उपाय कर लें पर किस्मत कभी भी साथ नहीं देती. ज्योतिष शास्त्र में विस्तार में जानते हैं कि यह योग व्यक्ति के हाथों में कैसे और कहां बनता है साथ ही इसका जीवन पर कैसा प्रभाव पड़ता है.
जानें कैसे बनता है चंडाल योग
चंडाल योग का निर्माण तब होता है जब अनिष्टकारी ग्रह राहु और बुद्धि के देवता गुरु ग्रह के युति में हो. यदि किसी व्यक्ति के कुंडली में चंडाल योग बन रहा है तो उसके जीवन पर कई प्रकार के नकारत्मक प्रभाव पड़ने वाला है साथ ही उसे कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
चांडाल योग के प्रभाव और लक्षण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चांडाल योग बन रहा है तो उसकी समस्या का दूर दूर तक कोई अंत नजर नहीं आता. यदि किसी व्यक्ति के चरित्र पर लगातार लांछन लग रहा है तो समझ जाएं कि चांडाल योग का यह प्रभाव है. जिसकी वजह से वह जीवन भर परेशान रह सकता है. इसके अलावा अगर व्यक्ति को दोस्तों, परिजनों, प्रोपर्टी या फिर घर का सुख नहीं मिल रहा तो यह चंडाल योग का ही प्रभाव हो सकता है.
इतना ही नहीं यदि कोई होनहार छात्र पढ़ाई में सफलता प्राप्त नहीं कर पा रहा या फिर किसी व्यक्ति को नौकरी प्राप्त करने में समस्या आ रही है तो यह चांडाल योग का ही प्रभाव है.
चंडाल योग का इन राशियों पर पड़ता है प्रभाव
इतना ही नहीं चांडाल योग का प्रभाव पिता और पुत्र के रिश्ते पर भी पड़ता है, जिसकी वजह से इनके आपसी रिश्ते सही नहीं बनते. व्यक्ति को आसान निर्णय लेने में भी परेशानी आने लगती है. इसका प्रभाव आर्थिक क्षेत्र में भी देखने को मिलता है. इस चांडाल योग का सबसे ज्यादा असर इन मेष,वृषभ, सिंह, कन्या, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशि के व्यक्तियों पर देखने को मिलता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)