Vastu Tips for Kitchen: हमारा घर न सिर्फ ईंटों और दीवारों से बना होता है, बल्कि उसमें बसी होती है एक सकारात्मक ऊर्जा, जो हमारे जीवन को प्रभावित करती है. इसी ऊर्जा का केंद्र होता है हमारा किचन — यानी रसोईघर. हिंदू वास्तु शास्त्र, फेंग शुई और पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार किचन को विशेष रूप से ध्यान से बनाना और सजाना चाहिए, क्योंकि यही वह स्थान है जहां से पूरे परिवार की सेहत, समृद्धि और ऊर्जा का संबंध होता है.
आज हम बात कर रहे हैं ऐसे दो खास रंगों की, जिन्हें अगर आप किचन की टाइल्स के रूप में लगवाते हैं, तो आपके घर में न केवल शांति और संतुलन बना रहेगा, बल्कि धन, सुख-समृद्धि और बरकत भी बनी रहेगी.
किचन का वास्तु में महत्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोईघर अग्नि तत्व से जुड़ा स्थान है. यह ऊर्जा, संतुलन और पोषण का प्रतीक माना जाता है. यही वह स्थान है जहां घर की महिला या रसोइया भोजन तैयार करता है, जो पूरे परिवार को ऊर्जा प्रदान करता है. अगर किचन में नकारात्मकता या वास्तु दोष हो, तो उसका असर सीधे तौर पर घर के आर्थिक हालात, सेहत और मानसिक शांति पर पड़ता है. इसीलिए किचन की दीवारों, फर्श और टाइल्स के रंगों का चयन करते समय बहुत सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए.
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रंगों की ताकत प्रभावित करती है जीवन
रंग केवल सजावटी साधन नहीं होते, ये हमारे मन और मस्तिष्क पर गहरा असर डालते हैं. मनोविज्ञान और वास्तु दोनों ही मानते हैं कि रंगों के माध्यम से आप अपने आस-पास की ऊर्जा को सकारात्मक या नकारात्मक बना सकते हैं. विशेष रूप से किचन में लगाए गए रंग भोजन, भावनाओं और धन की ऊर्जा पर असर डालते हैं. आइए जानते हैं वे दो खास रंग, जिन्हें किचन में टाइल्स के रूप में इस्तेमाल करने से घर में हमेशा बरकत बनी रहती है.
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पहला रंग: हल्का हरा (Light Green)
हरा रंग प्रकृति, ताजगी, संतुलन और शांति का प्रतीक माना जाता है. किचन में हरे रंग की टाइल्स लगाने से वातावरण शुद्ध और सकारात्मक बना रहता है. यह रंग आंखों को सुकून देता है और मानसिक शांति को बढ़ावा देता है.
वास्तु के अनुसार हरा रंग किचन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है. यह अग्नि तत्व को नियंत्रित करता है और घर में संतुलन बनाए रखता है. मानसिक तनाव को कम करता है और रसोई में काम करने वाले व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ाता है. यह रंग ग्रहणी को मानसिक रूप से शांत रखता है, जिससे भोजन में भी सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
वहीं फेंग शुई के अनुसार हरा रंग समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रतिनिधित्व करता है. धन को आकर्षित करता है और रिश्तों में संतुलन लाता है.
कैसे इस्तेमाल करें: हल्के हरे रंग की टाइल्स को आप किचन की बैक दीवार पर लगा सकते हैं, या फिर काउंटर टॉप्स के आस-पास का हिस्सा इसी रंग से टाइलिंग कर सकते हैं.
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दूसरा रंग: हल्का पीला (Light Yellow)
पीला रंग बुद्धि, ऊर्जा, आशा और सकारात्मकता का प्रतीक है. यह रंग किचन में ना केवल रोशनी और गर्माहट लाता है, बल्कि भोजन और जीवन में मिठास और सौम्यता भी जोड़ता है.
वास्तु के अनुसार पीला रंग सौम्यता, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक है. यह रसोईघर में आने वाली नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है. धन, वैभव और सफलता को आकर्षित करता है. घर के मुखिया को निर्णय लेने में मजबूती और स्पष्टता प्रदान करता है.
फेंग शुई के अनुसार यह रंग "एलेमेंट ऑफ अर्थ" को दर्शाता है जो स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ाता है. पारिवारिक समृद्धि और मधुर संबंधों को बनाए रखने में सहायक होता है.
कैसे करें उपयोग: हल्के पीले रंग की टाइल्स को किचन की ऊपरी दीवारों, अलमारियों के आस-पास या डाइनिंग काउंटर के पीछे की दीवार पर लगाया जा सकता है.
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वास्तु दोष भी होंगे दूर
यदि आपके किचन में उत्तर या पश्चिम दिशा में रसोईघर है, जो वास्तु के अनुसार दोषपूर्ण मानी जाती है, तो वहां इन दोनों रंगों की टाइल्स का संयोजन काफी हद तक नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकता है. इससे घर में स्थिरता और बरकत बनी रहती है.
अतिरिक्त सुझाव – टाइल्स का चयन करते समय ध्यान रखें कि चमकदार या बहुत गहरे रंगों से बचें. ये आंखों पर असर डाल सकते हैं और तनाव बढ़ा सकते हैं. साथ ही ऐसे टाइल्स लगाएं जिनकी साफ-सफाई आसान हो. जिन रंगों की टाइल्स जल्दी गंदा दिखाती हैं, उनसे बचें. साथ ही रंगों का संतुलन बनाए रखें बहुत ज्यादा एक ही रंग न इस्तेमाल करें, हरे और पीले के साथ सफेद या क्रीम कलर का संयोजन अच्छा रहेगा.
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रंगों में होती है ऊर्जा
भारतीय संस्कृति में रंगों का अत्यधिक महत्व रहा है. धार्मिक ग्रंथों में भी बताया गया है कि हर रंग किसी न किसी देवी-देवता से जुड़ा है. पीला रंग जहां भगवान विष्णु और मां सरस्वती से जुड़ा है, वहीं हरा रंग प्रकृति और संतुलन का प्रतीक है. जब आप इन्हें अपने किचन जैसे शुभ स्थान पर लगाते हैं, तो वे ईश्वरीय ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और घर में स्थायी सुख-शांति बनाए रखते हैं.
(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)